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UP News: किसान से रजिस्ट्री के एवज में रिश्वत मांग रहा था सरकारी बाबू, रंगे हाथों गिरफ्तार

UP News: किसान से रजिस्ट्री के एवज में रिश्वत मांग रहा था सरकारी बाबू, रंगे हाथों गिरफ्तार

किसान ने बताया कि सरकारी अधिकारी द्वरा उन्हें डराया जा रहा था कि उनकी फाइल जांच में चली जाएगी. साथ ही कहा कि कई बार दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद भी जब उन्हें मूल स्टाम्प रजिस्ट्री पेपर नही मिला तो उन्होंने विजिलेंस में अपनी शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद यह बड़ी कार्रवाई हुई है. शिकयतकर्ता किसान सलेमपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम बरडीहा दलपत के रहने वाले हैं.

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किसान से घूस लेते उप निबंधन कार्यालय के अधिकारी गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वीर) किसान से घूस लेते उप निबंधन कार्यालय के अधिकारी गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वीर)

उत्तर प्रदेश के देवरिया के सलेमपुर उप निबंधन कार्यालय(रजिस्ट्री विभाग)में उस समय हड़कम्प मच गया जब गोरखपुर से पहुंची विजिलेंस टीम ने एक बाबू और उसके प्राईवेट मुंशी को 15 हज़ार की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई किसान अवध किशोर सिंह की शिकायत पर हुई है. किसान की माने तो उन्होंने 17 फरवरी को जमीन का बैनामा कराया था, जिसके बाद रजिस्ट्री की मूल कॉपी देने के एवज में  किसान से रजिस्ट्री विभाग के बाबू द्वारा आधा परसेंट कमीशन के रूप में 15 हज़ार की घूस की मांग की जा रही थी. 

किसान ने बताया कि सरकारी अधिकारी द्वरा उन्हें डराया जा रहा था कि उनकी फाइल जांच में चली जाएगी. साथ ही कहा कि कई बार दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद भी जब उन्हें मूल स्टाम्प रजिस्ट्री पेपर नही मिला तो उन्होंने विजिलेंस में अपनी शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद यह बड़ी कार्रवाई हुई है. शिकयतकर्ता किसान सलेमपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम बरडीहा दलपत के रहने वाले हैं. उनका नाम  अवध किशोर सिंह  है. उन्होंने अपने गांव में साढ़े नौ कट्ठे कृषि योग्य जोत की भूमि खरीद की थी, जिसकी रजिस्ट्री 17 फरवरी को उन्होंने अपनी पत्नी उषा देवी के नाम से कराई थी.

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किसान से मांगे जा रहे थे पैसे

लेकिन यहां के बाबू कमलेश प्रसाद द्वारा रजिस्ट्री की ओरोजिनल कॉपी/स्टाम्प पेपर देने के एवज में सरकारी जमीन की मालियत के हिसाब से एक परसेंट मांगा जा रहा था पीड़ित किसान ने बताया कि उप निबंधन कार्यालय के अधिकारी उससे आधा परसेंट कमीशन के रूप में 15 हज़ार रकम की मांग करने रहे थे. हालांकि पैसे नहीं देने के लिए किसान अवध किशोर ने काफी मिन्नतें की पर इसके बावजूद बाबू कमलेश और उसके प्राईवेट मुंशी रामानन्द ने पीड़ित किसान को डराया धमकाया कि किसान की फाईल को जांच में भेज दिया जाएगा. 

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परेशान होकर किसान ने की विजिलेंस से शिकायत

हालांकि इस पर किसान ने कहा कि उन्होंने सही तरीके से बैनामा कराया है. कही से कोई गड़बड़ी नही की है. इसके बावजूद भी उन्हें रजिस्ट्री के पेपर नही दिए गए. जिसके बाद रजिस्ट्री दफ्तर के चक्कर लगाते लगाते वह परेशान हो गए और तंग आकर गोरखपुर की विजिलेंस टीम को शिकायत की. इसके बाद विजिलेंस प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में 14 सदस्यीय टीम उप निबंधन कार्यालय सलेमपुर दोपहर बृहस्पतिवार को पहुंचें और जैसे ही अवध किशोर सिंह ने पैसा दिया वैसे ही बाबू और उसके प्राईवेट मुंशी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया.विजिलेंस ने आरोपियों को सलेमपुर कोतवाली ले गयी जहा उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई करते हुए अपने साथ गोरखपुर लेकर चली गयी.