Sugar Price Hike: त्योहारी सीजन में बढ़ सकते हैं चीनी के दाम! सरकार के इस कदम से मिलने लगे संकेत

Sugar Price Hike: त्योहारी सीजन में बढ़ सकते हैं चीनी के दाम! सरकार के इस कदम से मिलने लगे संकेत

Sugar Price Hike: पिछले 15-30 दिनों में चीनी की कीमतों में तेजी आई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चीनी की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत मई में 42.38 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर अब 43.25 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. इसी बीच केंद्र सरकार चीनी के थोक विक्रेताओं पर स्टॉकहोल्डिंग लिमिट लगाने पर विचार कर रही है.

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Sugar Price Hike: त्योहारी सीजन में बढ़ सकते हैं चीनी के दाम! सरकार के इस कदम से मिलने लगे संकेतचीनी की कीमतों में वृद्धि, सांकेतिक तस्वीर

त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है. इसके साथ ही अब खाने-पीने की चीजें भी महंगी होने वाली है. इसी कड़ी में अब खबर है कि चीनी की कीमतों में भी बढ़ोतरी होने वाली है. खबरों के मुताबिक पिछले 15-30 दिनों में इसकी कीमतों में तेजी आई है. जिसका सीधा प्रभाव आम जनता की जेब पर पड़ रहा है. दरअसल उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चीनी की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत मई में 42.38 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर अब 43.25 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. इसके अलावा, व्यापारियों को दशहरा और दिवाली के दौरान कीमतें और बढ़ने की उम्मीद है. इसी बीच केंद्र सरकार चीनी के थोक विक्रेताओं पर स्टॉकहोल्डिंग लिमिट लगाने पर विचार कर रही है. वही सरकार चीनी की कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए यह फैसला कभी भी ले सकती है. मालूम हो कि पिछले दो वर्षों में सूखे के प्रभाव के बीच चीनी पर आखिरी स्टॉक लिमिट 2016 में लगाई गई थी. 

बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी के थोक विक्रेताओं पर स्टॉकहोल्डिंग लिमिट लगाने के अलावा सरकार के सामने कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिसमें यह निर्धारित करना भी शामिल है कि प्रत्येक मिल हर हफ्ते एक निश्चित मात्रा बेचे और सरकार को रिटर्न दाखिल करे. इसके अलावा, न्यूनतम बिक्री मूल्य की तर्ज पर चीनी मिलों के लिए अधिकतम बिक्री मूल्य भी तय किया जा सकता है.

कीमतों पर सरकार की नजर 

वहीं खाद्य मंत्रालय चीनी की एक्स-फैक्ट्री कीमत पर करीब से नजर रख रहा है और कीमत के रुझान के आधार पर एक सप्ताह के बाद स्टॉक सीमा पर निर्णय लिया जा सकता है, इसे 30 नवंबर तक लगाया जा सकता है, क्योंकि दिसंबर, अक्टूबर में नए पेराई सत्र की शुरुआत के साथ उस तक चीनी की सप्लाई सामान्य हो जाएगी.

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चीनी पर 2016 में लगाई गई थी स्टॉक लिमिट

मालूम हो कि मई 2016 में लगाई गई स्टॉक सीमा के तहत, व्यापारियों को स्वीटनर के सबसे बड़े व्यापारिक केंद्र कोलकाता में 10,000 क्विंटल और देश के अन्य हिस्सों में 5,000 क्विंटल से अधिक चीनी स्टॉक रखने की अनुमति नहीं थी. राज्यों को सीमा को कम करने और चीनी प्राप्त करने की तारीख से 30 दिनों के भीतर व्यापारी के स्थान पर स्टॉक को सीमा के भीतर बनाए रखने को सुनिश्चित करने का विकल्प भी दिया गया था.

त्योहारों के दौरान कीमतें और बढ़ने की उम्मीद

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चीनी की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत मई में 42.38 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर अब 43.25 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हालांकि खुदरा दरों में अभी तक बढ़ोतरी नहीं दिख रही है, लेकिन पिछले 15-30 दिनों में एक्स-मिल कीमतों में तेजी आई है. यदि व्यापारियों को दशहरा और दिवाली के दौरान कीमतें और बढ़ने की उम्मीद है, तो सरकार स्थिर दरें सुनिश्चित करेगी, क्योंकि देश में पर्याप्त स्टॉक है.

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चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी 

अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र में एक्स-मिल कीमत बढ़कर वर्तमान में 3,630-3,670 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है, जो 1 अगस्त को 3,520-3550 रुपये प्रति क्विंटल थी, वहीं उत्तर प्रदेश में भी एक महीने में लगभग 100 रुपये प्रति क्विंटल की समान वृद्धि देखी गई है. 

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