मैं नाम मात्र का किसान नहीं, खेती भी करता हूं और अन्नदाताओं का दुख-दर्द समझता हूं, मध्य प्रदेश में बोले कृषि मंत्री

मैं नाम मात्र का किसान नहीं, खेती भी करता हूं और अन्नदाताओं का दुख-दर्द समझता हूं, मध्य प्रदेश में बोले कृषि मंत्री

केंद्रीय क़ृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं भी एक किसान हूं और नाम मात्र का किसान नहीं हूं. मैं हर महीने अपने खेत में जाता हूं, मैं शिमला मिर्ची लगा रहा हूं, टमाटर भी लगे हैं, और सब्जियां भी लगाई है. पॉली हाउस में फूल भी हैं, फूल में ऑर्किड भी है, मैं कई प्रयोग करने की कोशिश करता हूं और इसलिए किसानों की तकलीफ समझता हूं और उसे कैसे दूर किया जाए इसकी कोशिश भी करता हूं.

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मैं नाम मात्र का किसान नहीं, खेती भी करता हूं और अन्नदाताओं का दुख-दर्द समझता हूं: शिवराजकेंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेकर उद्योगपतियों और वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसके प्राण. किसानों की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है. कृषि मंत्री के रूप में मेरे दिमाग में हमेशा से यही बात थी कि किसानों की वास्तविक समस्याएं समझें और उनका ठीक ढंग से समाधान करें. 

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आज मुझे कहते हुए गर्व है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की एग्रीकल्चर और एलाइड सेक्टर की ग्रोथ 4.5% से ऊपर है, और उसमें भी हार्टिकल्चर 5% से ऊपर है. हम दुनिया में नंबर वन हैं. 

मैं केवल नाम मात्र का किसान नहीं

केंद्रीय क़ृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं भी एक किसान हूं और नाम मात्र का किसान नहीं हूं. मैं हर महीने अपने खेत में जाता हूं, मैं शिमला मिर्ची लगा रहा हूं, टमाटर भी लगे हैं, और सब्जियां भी लगाई है. पॉली हाउस में फूल भी हैं, फूल में ऑर्किड भी है, मैं कई प्रयोग करने की कोशिश करता हूं और इसलिए किसानों की तकलीफ समझता हूं और उसे कैसे दूर किया जाए इसकी कोशिश भी करता हूं.

शिवराज सिंह ने कहा कि, पहले खाद्य तेल 0% पर बाहर से आ रहा था, लेकिन सरकार ने बाहर से आने वाले खाद्य तेल पर 27.5% इंपोर्ट ड्यूटी लगा दी. प्याज के एक्सपोर्ट पर 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी घटाकर 20% कर दी. आज मैं आश्वस्त करता हूं, भारत के किसानों के लिए और हमारी स्वदेशी इंडस्ट्री के लिए जिस तरह की आयात-निर्यात नीति की जरूरत होगी, केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वैसी नीति बनाएगी.  

मध्यप्रदेश में अनंत संभावनाएं

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मध्यप्रदेश अनंत संभावनाओं का प्रदेश है. यह प्रदेश जल संपदा, वन संपदा और खनिज संपदा से भरपूर है. मध्यप्रदेश का बासमती राइस तो अमेरिका और कनाडा में धूम मचा रहा है और जितनी भी कंपनियां आटा बनाती हैं, वो अपने विज्ञापनों में एमपी व्हीट का जिक्र करती हैं. मध्यप्रदेश का शरबती गेहूं पूरे देश और दुनिया में धूम मचा रहा है. अब मध्यप्रदेश पिछड़ा और बीमारू राज्य नहीं है.

उन्होंने कहा, कभी मध्यप्रदेश की पहचान टूटी सड़कों और अंधेरों के प्रदेश से होती थी, लेकिन आज आप देखेंगे चारों तरफ मध्यप्रदेश में विकास की बहार है. शानदार हाईवे देख लीजिए, कनेक्टिविटी देख लीजिए. कल-कल करती बहती हुई नदियां देख लीजिए. पानी की कमी नहीं है. बिजली हो, पानी हो और जमीन के बारे में तो कहा ही गया है कि, 1 लाख हेक्टेयर का लैंड बैंक अगर किसी के पास है तो वो केवल मध्यप्रदेश है.

MP निवेशकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मध्यप्रदेश निवेशकों की पसंदीदा डेस्टिनेशन बन चुका है और बड़ी तेजी से निवेश मध्यप्रदेश की धरती पर आ रहा है. यहां के फल, सब्जी, अनाज, हमारा संतरा हो, केला हो, लहसुन, प्याज हो, मालवा का आलू हो, जबलपुर का मटर हो हर तरह की यहां फसलें होती हैं और फूलों की भी बहार है.

कृषि मंत्री ने कहा, जैविक खेती मध्यप्रदेश में सर्वाधिक होती है और मिलेट्स की भी प्रोसेसिंग से लेकर बाकी चीजें करके निवेशक किसान का भी फायदा कर सकते हैं और खुद भी लाभ उठा सकते हैं. शिवराज सिंह ने कहा कि, मैं इन्वेस्टर समिट की सफलता के लिए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और पूरी टीम को बधाई देता हूं और निवेशकों से आग्रह करता हूं कि, वो मध्यप्रदेश आएं, उन्हें सारी सुविधाएं यहां सरकार दे रही हैं और विशेषकर खेती के क्षेत्र में निवेश करें. भारत सरकार की तरफ से जो सहयोग संभव है, वो सहयोग भी विशेषकर कृषि और हार्टिकल्चर के क्षेत्र में किया जाएगा.

 

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