किसान नेताओं को हिरासत में लेने पर SKM सख्त, कहा-केंद्र के साथ मिली हुई है पंजाब सरकार

किसान नेताओं को हिरासत में लेने पर SKM सख्त, कहा-केंद्र के साथ मिली हुई है पंजाब सरकार

एसकेएम ने बुधवार शाम चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ अपनी बातचीत समाप्त करने के बाद पंजाब क्षेत्र में प्रवेश करने के तुरंत बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर सहित कई एसकेएम (एनपी) और केएमएम नेताओं को गिरफ्तार करने के पंजाब सरकार के कदम की कड़ी निंदा की है.

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किसान नेताओं को हिरासत में लेने पर SKM सख्त, कहा-केंद्र के साथ मिली हुई है पंजाब सरकारकिसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया

चंडीगढ़ में बुधवार शाम सभी बड़े किसान नेताओं की गिरफ्तारी पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) में नाराजगी है. मोर्चा ने पंजाब पुलिस और केंद्र सरकार को इस कड़े कदम के लिए जिम्मेदार ठहराया. दरअसल, चंडीगढ़ में बुधवार को दिन में किसानों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई जिसे बाद में सकारात्मक और अच्छे माहौल की बैठक बताई गई. लेकिन बैठक के कुछ देर बाद ही सभी बड़े किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. इन नेताओं में जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवन सिंह पंढेर, अभिमन्यु कोहाड़ और काका सिंह कोटड़ा शामिल हैं. एसकेएम ने इस कार्रवाई की निंदी की है.

एसकेएम ने चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ अपनी बातचीत समाप्त करने के बाद पंजाब क्षेत्र में प्रवेश करने के तुरंत बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर सहित कई एसकेएम (एनपी) और केएमएम नेताओं को गिरफ्तार करने के पंजाब सरकार के कदम की कड़ी निंदा की है. पंजाब सरकार ने खनौरी और शंभू बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है, जहां विरोध प्रदर्शन जारी है. इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.

क्या कहा एसकेएम ने?

एसकेएम ने कहा, पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने दिखा दिया है कि वह कृषि में कॉर्पोरेट और विदेशी कंपनियों के पक्ष में नीतियां लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए वह केंद्र में आरएसएस, बीजेपी सरकार के साथ सहयोग कर रही है. यह बहुत ही भयावह है कि यह कदम कल उद्योगपतियों के साथ आप के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद उठाया गया है.

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संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा, किसानों के शांतिपूर्ण संघर्ष के खिलाफ़ बल प्रयोग की रणनीति यह साबित करती है कि केंद्र सरकार भारत के सभी किसानों द्वारा उठाए गए आजीविका और अस्तित्व के प्रमुख मुद्दों के समाधान के पक्ष में नहीं है. किसानों को हिरासत में लेने पर किसान नेता राकेश टिकैत का भी बयान आया है. टिकैत ने कहा, पंजाब के बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में सरकार एक तरफ किसान संगठनों से वार्ता कर रही है. दूसरी तरफ उन्हें गिरफ्तार करने का काम कर रही है. पंजाब सरकार की कार्रवाई की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और सभी किसान संगठन हर संघर्ष के लिए तैयार हैं.

इंटरनेट पर लगी पाबंदी

आपको बता दें कि खनौरी बॉर्डर पर 200 किसान हिरासत में लिए गए हैं. शंभू बॉर्डर पर करीब 300 किसान मौजूद हैं जो जल्द ही हिरासत में लिए जाएंगे. शीर्ष किसान नेता पहले ही हिरासत में लिए जा चुके हैं. शंभू और खनौरी बॉर्डर की स्थिति को देखते हुए इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है. इसके अलावा, खनौरी बॉर्डर और संगरूर और पटियाला जिलों के आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है. खनौरी में भारी पुलिस तैनाती की गई है और आज रात कार्रवाई की संभावना है.

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