पुणे के बारामती में एक 70 वर्षीय किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली है. मृतक किसान का नाम हनुमंत सनस है. वह बारामती तहसील के लेट गांव का रहने वाला था. आत्महत्या करने से पहले किसान ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया है जिसमें उसने खुद के आत्महत्या करने की वजह बताई है. वीडियों में किसान ने बताया कि वह अपनी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर परेशान है. इस संबंध में किसान हुमंत सनस ने पांच किसानों, एमएसईडीसीएल और पुलिस अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. वीडियों में उन्होंने बताया है कि सभी ने मिलकर उन्हें परेशान किया, इसलिए वे आत्महत्या कर रहे हैं.
इसके बाद हनुमंत सनस ने कीटनाशक पी लिया. कीटनाशक पीने के बाद किसान को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतक किसान के भाई जयवंत सनस ने बताया कि उनके भाई ने कीटनाशक पीने से पहले रिकॉर्ड किए गए वीडियो में उन पांच किसानों के नाम बताए, जिन्होंने उन्हें परेशान किया था. इसके अलाव मृतक किसान ने एमएसईडीसीएल और पुलिस अधिकारियों के नाम का भी जिक्र किया है जिन्होंने उन्हें प्रताड़ित किया था. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार मृतक किसान के भाई ने कहा कि वो चाहते हैं कि उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए जो उनकी भाई की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हैं.
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जयवंत सनस ने बताया कि उनके मृत भाई के खिलाफ पुलिस ने अत्याचार का झूठा मामला भी दर्ज किया था. जिसके कारण वो काफी परेशान चल रहे थे. इस मामले लेकर पुणे ग्रामीण एसपी देशमुख ने इस बात की पुष्टि की कि पीड़ित किसान ने कीटनाशक पीने से पहले एक वीडियो क्लिप रिकॉर्ड किया था. उन्होंने कहा कि वो इस वीडियों का सत्यापन कर रहे हैं और किसान द्वारा लगाए गए आरापों की जांच कर रहे हैं. मृतक किसान के भाई जयवंत सनस की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस वे उन पांच किसानों में से तीन किसानों को गैरकानूनी सभा, दंगा, आत्महत्या के लिए उकसाने, जानबूझकर अपमान करने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
हालांकि मृतक किसान को लेकर जो एफआईआर की गई है उसमें पांच किसानों के नाम तो हैं पर उसमें एमएसईडीसीएल के किसी भी अधिकारी या पुलिस का नाम नहीं है. पुणे ग्रामीण एसपी पंकज देशमुख ने बताया कि शिकायतकर्ता जयवंत सनस ने बताया कि उनके गांव के पांच किसान पानी के पंप लगाने के लिए उनकी जमीन पर अतिक्रमण करके नीरा नदी से अवैध रूप से पानी निकाल रहे थे. इसके खिलाफ मृतक किसान और उनके भाई ने एमएसईडीसीएल और बड़गांव निंबालकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज की थी.
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इसके बाद हाल ही में पुलिस स्टेशन में एमएसईडीसीएल के अधिकारियों, पांच संदिग्ध किसानों और पीड़ित परिवार के सदस्यों के बीच एक बैठक हुई थी. बैठक के बाद एमएसईडीसीएल ने पांच किसानों के अवैध कनेक्शन काट दिए थे. पंकज देशमुख ने बताया कि एमएसईडीसीएल के अधिकारियों की कार्रवाई के बाद संदिग्धों ने शिकायतकर्ता को धमकी दी थी कि वो पानी के पंप नहीं हटाएंगे. हालांकि इस धमकियों को लेकर शिकायतकर्ता और मृतक किसान ने पुलिस से संपर्क नहीं किया. इसके बाद जब 13 अप्रैल को वो अपने खेत को समतल कर रहे थे इस दौरान आरोपियों के कर्मचारियों के साथ उनकी बहस बहस हुई, इसके बाद पीड़ित किसान ने शिकायत दर्ज कराई थी.
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