उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में खेत में सिंचाई कर रहे किसान को बाघ ने अपना निवाला बना लिया. दरअसल, जंगल किनारे बाघ ने किसान पर हमला कर दिया जिसमें किसान की मृत्यु हो गई. उस समय वहां किसान का बेटा और भतीजा दोनों मौजूद थे. दोनो बेबस होकर ये मंजर देखते रहे. वहीं, मौके पर आए गांव बालो ने बड़ी मुश्किल में बाघ के जबड़े से किसान को छुड़ाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. किसान की मौत के बाद घटनास्थल पर एकत्र हुए गांव वालो ने हंगामा काटा और वन विभाग का विरोध किया. वहीं, मौके पर आई पुलिस ने गांव वालों को समझा बुझा कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. साथ ही इस हादसे के बाद बाघ को पीलीभीत, लखीमपुर, शाहजहांपुर तीन जिलों की वन विभाग की टीम ट्रेस करने में जुटी है.
पूरनपुर तहसील क्षेत्र के नजीरगंज गांव के रहने बाले 49 साल के हंसराम को बीते मंगलवार की देर रात बाघ ने शिकार करके मौत के घाट उतार दिया,मृतक के भतीजे लालराम और बेटे राज कुमार ने बताया कि मृतक हंसराम और वो दोनों मंगलवार की देर रात खेत में पानी लगा रहे थे. लेकिन थोड़ी देर बाद वो दोनों पाइप रखने घर आ गए, लेकिन जब वापस गए तो हंसराम वहां नहीं थे. आवाज लगाने के बाद आसपास से और लोग भी आ गए. फिर तलाश के दौरान देखा कि कुछ दूर पर बाघ हंसराम को खा रहा था,सब ने शोर शराबा करके बड़ी मुश्किल से बाघ को भगाया,लेकिन तब उनकी मौत हो चुकी थी.
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हंसराम की मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. सूचना मिलने पर सेहरामऊ उत्तरी की पुलिस ने गांव वालो को समझा बुझा कर शव को कब्जे में लिया,वहीं, घटना के बाद से गांव वाले खेतों में जाने से डर रहे है,पीलीभीत प्रभारी DFO भारत कुमार ने बताया कि मृतक पीलीभीत जिले का है. वहीं, जंगल क्षेत्र लखीमपुर लगता है,बाघ को पीलीभीत, लखीमपुर,और शाहजहांपुर की वन विभाग की टीम ट्रेस कर रही है, लेकिन लगता है बाघ जंगल में चला गया है.
किसान के भतीजे लाला राम ने बताया कि चाचा खेत मे पानी लगा रहा थे,देर रात में बाघ उनको खींच ले गया,उनकी तलाश कर रहे थे तभी हमने देखा बाघ उनको खा रहा था,बड़ी मुश्किल में हमने अपने चाचा को छुड़ाया, लेकिन वो मर चुके थे. घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत है. साथ ही गांव के लोग खेतों में काम करने नहीं जा रहे हैं.
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