कहां बिकेगी फसल, कहां मिलेगा बंपर दाम…किसानों की ऐसे मदद करेगा AI

कहां बिकेगी फसल, कहां मिलेगा बंपर दाम…किसानों की ऐसे मदद करेगा AI

कृषि के क्षेत्र में एआई बड़ा रोल निभा रहा है. मौसम की जानकारी हो या कीटों के अटैक की, एआई की मदद से किसान अपनी फसलों को बचा रहे हैं और उगा भी रहे हैं. यहां तक कि एआई की मदद से किसान अपनी उपज के लिए मार्केट भी तलाश रहे हैं जिसमें उन्हें बड़ी मदद मिल रही है.

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कहां बिकेगी फसल, कहां मिलेगा बंपर दाम…किसानों की ऐसे मदद करेगा AIAI से खेती में मिल रही है मदद (सांकेत‍ि‍क तस्‍वीर)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI कृषि में बड़ी मदद कर रहा है. फसल उगाने से लेकर फसल बेचने तक में इससे मदद मिल रही है. बात करें फसल बिक्री की तो किसानों को इसी काम में सबसे बड़ी चुनौती पेश आती है. किसान जितनी मेहनत फसल उगाने में करता है, उससे कहीं अधिक मेहनत उसे बेचने के लिए करना पड़ता है. इसके अलावा बिचौलियों की समस्या अलग से है. इन सभी परेशानियों को देखते हुए एआई अब किसानों की कई मदद कर रहा है जिसमें फसल बिक्री भी है. दरअसल, एआई की मदद से किसान मार्केट और दाम के बारे में रियलटाइम में जानकारी ले सकते हैं और फसल बेचकर कमाई कर सकते हैं.

एआई से किसानों को मार्केट की जानकारी मिलने के अलावा ये भी पता चल जाएगा कि उन्हें कौन सी फसल उगानी है. आसपास के मार्केट की डिमांड को देखते हुए एआई की मदद से किसान फसल उगा सकते हैं और बेचकर फायदा उठा सकते हैं. उदाहरण के लिए, अगर कोई किसान अपने इलाके में कीवी की खेती करना चाहता है तो वह एआई की मदद से यह जान सकता है कि वहां का मौसम और जलवायु कीवी की खेती के लायक है या नहीं. इससे किसान को बड़ी मदद मिलेगी. अगर मौसम और जलवायु कीवी के लायक नहीं है, तो एआई किसान को खेती के लिए मना कर देगा.

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मार्केट और बिक्री की जानकारी

किसान खेती कर लेगा तो उसे मार्केट में बेचने की भी जरूरत पड़ेगी. इसमें भी एआई मदद कर सकता है. एआई बाजार से जुड़े डेटा का इस्तेमाल करके किसान को बता सकता है कि वह अपनी कीवी की उपज को कहां बेच सकता है. डेटा एनालिसिस के आधार पर एआई यह भी बता सकता है कि किसान को किस मार्केट में अच्छा रेट मिलेगा. एआई यह भी बता देगा कि किस मार्केट में कीवी का भाव अच्छा नहीं चल रहा है. इस आधार पर किसान अपनी उपज बिक्री का फैसला ले सकता है.

इस तरह की जानकारियों के लिए किसान को एआई की सर्विस लेनी होगी. ऐसी कई डिजिटल कंपनियां हैं जो एआई आधारित डेटा किसानों को मुहैया कराती हैं. ये कंपनियां रिसर्च और एनालिसिस के आधार पर आंकड़े जुटाती हैं और मांग के हिसाब से बेचती हैं. इस तरह के आंकड़ों में सप्लाई चेन की भी जानकारी होती है. यानी एआई की मदद से जाना जा सकता है कि किसी फसल की सप्लाई कहां से कहां होती है और इसमें किस तरह की बाधाएं या सुविधाएं आती हैं. इस आधार पर किसान विश्लेषण करने के बाद अपनी उपज को सटीक समय पर बेचकर कमाई करने की योजना बना सकते हैं.

भविष्य का दाम भी बताएगा AI?

खेत से लेकर बाजार तक की जानकारी के अलावा किसान भविष्य के दाम को लेकर भी जानकारी ले सकते हैं. एआई यह भी बता सकता है कि भविष्य में बाजार में किसी फसल की कैसी मांग रहेगी. इस आधार पर किसान उस फसल की खेती करने या नहीं करने का प्लान बना सकते हैं. अगर किसान को लगे कि उसके इलाके में किसी खास फसल की खेती अधिक हो रही है जिससे आगे चलकर मांग में कमी आएगी और दाम अच्छे नहीं मिलेंगे तो किसान उस फसल की खेती को होल्ड पर डाल सकता है. बल्कि उस फसल की खेती करेगा जो उसे अच्छा दाम दिला सकती है.

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