जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के बाद इन बातों पर ध्यान दें सेब किसान, वरना होगा नुकसान

जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के बाद इन बातों पर ध्यान दें सेब किसान, वरना होगा नुकसान

सेब के बगानों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. बगान में जो टहनियां टूट कर गिर गई हैं उनकी सफाई करें. बर्फबारी के कारण जो फल बगान में गिर गए हैं, उन्हें उठाकर बाहर निकाल लें और फिर मिट्टी में गहरा गड्ढा खोदकर उन्हें गाड़ दें.

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जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के बाद इन बातों पर ध्यान दें सेब किसान, वरना होगा नुकसानहिमाचल प्रदेश में सेब की खेती और बर्फबारी. (सांकेतिक फोटो)

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों के दौरान जबरदस्त बर्फबारी हुई है. हर जगह बर्फ की सफेद चादर बिछ गई थी. घरों, पहाड़ और पेड़ों के ऊपर बर्फ की मोटी परत जम गई थी. अब बर्फ की सफाई का काम चल रहा है. ऐसे मौसम में फसलों और फलों को बचाने के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD की तरफ से सलाह जारी की गई है, ताकि किसानों को किसी प्रकार से परेशानी नहीं हो. फलों को लेकर जारी सलाह में कहा गया है कि ऐसे मौसम में फलों के पेड़ों में छंटाई करने से बचें क्योंकि इस मौसम में ठडं लग सकती है. साथ ही जिन सिरों की कटाई की गई है, वहां पर चोट लगने से कलियां सक्रिय हो सकती हैx और अंकुरण प्रभावित हो सकता है. 

इसके साथ ही सेब के बगानों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. बगान में जो टहनियां टूट कर गिर गई हैं उनकी सफाई करें. बर्फबारी के कारण जो फल बगान में गिर गए हैं, उन्हें उठाकर बाहर निकाल लें और फिर मिट्टी में गहरा गड्ढा खोदकर उन्हें गाड़ दें. इसके अलावा अगर सेब के पेड़ों की तनों की लैपिंग नहीं की गई है तो जल्द से जल्द तना की लैपिंग कर दें. भारी बर्फबारी के कारण पेड़ों के उपर पत्तों और डालियों में बर्फ जम गई है, इसके बोझ से तना टूट सकता है. इससे बचाव के लिए सेब के पेड़ को हल्के-हल्के हिलाकर बर्फ को पेड़ से झाड़ दें. इससे पेड़ हल्का हो जाएगा और फल को भी इससे नुकसान नहीं होगा. 

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खेतों में खरपतवार का करें नियंत्रण

केसर के खेतों में इस वक्त मल्चिंग करने की सलाह जारी की गई है, इसके अनुसार मल्चिंग के लिए गीली घास का उपयोग करने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही गेहूं, मटर, लेंटिल में साफ-सफाई करने के लिए कहा गया है. इसके तहत खेत से खर-पतवार की अच्छी तरह से सफाई कर लें. साथ ही राई में एफिड का प्रकोप हो सकता है. अगर यह दिखाई देता है तो संक्रमित पौधों को नष्ट कर दें. इस तरह से उपाय करने से रबी फसलों में होने वाले नुकसान से किसान बच सकते हैं. 

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सब्जियों की खेती के लिए तैयार करें नर्सरी

जम्मू-कश्मीर के किसानों के लिए सब्जी की खेती से संबंधित सलाह में कहा गया है कि नोलखोल, केल, फूलगोभी की नर्सरी तैयार करें. इसकी नर्सरी तैयार करने के लिए किसान पॉलीहाउस का इस्तेमाल करें. जो किसान इसकी खेती पहले करना चाहते हैं वो अभी ही इसकी नर्सरी तैयार करें. पॉलीहाउस में नर्सरी तैयार करने से अंकुरण अच्छा और जल्दी हो जाते हैं. इसके अलावा जो सब्जियां फिलहाल खेत में लगीं हुई हैं उन खेतों से खरपतवार को साफ करें. सब्जी की खेतों में अधिक से अधिक मात्रा में जैविक खाद का प्रयोग करें. 


 

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