उत्तराखंड में बारिश से चारों ओर कोहराम मचा है. सड़कें पानी में डूबी हुई हैं. रेलवे ट्रैक पर पानी ही पानी नजर आ रहा है. बस्ती पानी में डूबी हुई है. घरों के भीतर भी पानी ने कब्जा कर रखा है. मूसलाधार बारिश से उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में बाढ़ जैसा मंजर है. लोगों को इस संकट से निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम किसी देवदूत की तरह सामने आई है. नावों में इस तरह भरकर लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया जा रहा है. एसडीआरएफ की टीम बनबसा, टनकपुर और उधमसिंहनगर नगर के खटीमा से दो सौ से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुकी है. उधमसिंह नगर के खटीमा में टोल प्लाजा पानी में डूबा हुआ है. गाड़ियां पानी को चीरती हुई आगे बढ़ रही हैं. कौन गाड़ी कब बंद हो जाए कुछ पता नहीं.
उधम सिंह नगर में बाढ़ की समस्या विकराल हो रही है. हालात का जायजा लेने कल कैबिनेट मंत्री और सितारगंज से विधायक सौरभ बहुगुणा पहुंचे. अधिकारियों को उन्होंने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. उत्तराखंड में हलद्वानी का हाल भी बुरा है. बारिश के पानी में डूबे हलद्वानी शहर के आवासीय कॉलोनी बाढ़ जैसा मंजर पेश कर रहे हैं. लगातार हो रही बारिश ने यहां जनजीवन को पटरी से उतार दिया है. मोटर लगाकर कॉलोनी और खेत से पानी निकालकर नहर में डाला जा रहा है. मूसलाधार बारिश उत्तराखंड के कई इलाकों में आफत बनकर आई है. नदियों में उफान और पहाड़ टूटने की वजह से सूबे के कई इलाकों में सड़कें बाधित हैं.
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मौसम विभाग ने जानकारी दी है की आज उत्तराखंड में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने के साथ साथ कुछ जगहों पर तीव्र से अति तीव्र वर्षा के मद्देनजर 13 जुलाई तक सभी 13 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पहाड़ पर जाने से पहले यात्री मौसम की जानकारी लें और पहाड़ों पर सावधानी पूर्वक चलें. नदी किनारे जाने से बचें. संवेदनशील भूस्खलन क्षेत्र और नदी, गदेरों के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की ज़रूरत बताई गई है. मौसम विभाग ने किसानों को भी एहतियातन फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आगाह किया है.
उत्तराखंड के कुमाऊं में जबरदस्त बारिश से चंपावत, उधमसिंह नगर के क्षेत्रों में बारिश अटैक ने काफी कहर बरपाया है. अभी किसी की मौत की खबर सामने नहीं आई लेकिन नदियों के उफान पर आने से बनबसा, टनकपुर में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है. अब तक चंपावत पुलिस 500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. चंपावत और उधमसिंह नगर में SDRF ने 500 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है. रेस्क्यू ऑपेरशन युद्ध स्तर पर जारी है. आसमानी आफत के बीच जलभराव होने से कई मकान पूरी तरह से पानी से भर गए. सैकड़ों लोग घरों के अंदर छतों पर फंस गए. उक्त घटना की जानकारी मिलते ही मणिकांत मिश्रा, सेनानायक, SDRF द्वारा SDRF टीमों को आवश्यक उपकरणो के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव का काम किए जाने का निर्देश दिया. साथ ही ढालवाला से भी SDRF की एक टीम को बैकअप के तौर पर प्रातः 04:00 बजे उधमसिंहनगर के लिए रवाना किया गया.
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देर रात्रि जगपुरा में अतिवृष्टि से आई बाढ़ में कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा मुश्किल हालातों में 30 महिला, पुरुषों और बच्चों को सुरक्षित निकालकर रैन बसेरा, बनबसा भिजवाया गया. SDRF टीमों द्वारा दो टीमों में बंट कर टनकपुर के वार्ड नंबर-9 व देवपुरा बनबसा में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाकर राफ्ट के माध्यम से वर्तमान समय तक 122 लोगों जिसमें बच्चे, वृद्ध और महिलाएं शामिल थीं, को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है. जनपद चंपावत के टनकपुर वार्ड नंबर 09 में देर रात्रि हुए जल भराव के दौरान एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा राहत बचाव कार्य करते हुए 03 परिवारों के 12 सदस्यों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. सुबह SDRF की टीम द्वारा रात्रि में रेस्क्यू किए गए लोगों से उनकी कुशलता ली गई. (आजतक ब्यूरो)
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