22 फरवरी को केंद्र और किसानों के बीच होने वाली बैठक से जुड़ी बड़ी खबर है. ये मीटिंग अब चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट में ही होगी. पहले यह मीटिंग दिल्ली में करवाने की मांग की गई थी. किसानों की और से मांग उठाई गई थी कि दिल्ली में सरकार मीटिंग तय करे, लेकिन किसानों की मांग को केंद्र ने ठुकराया. इस मीटिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान भी शामिल होंगे.
इस मीटिंग के बारे में 81 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि सरकार की ओर से एक पत्र मिला है. उस पत्र में लिखा है कि पिछली बैठक में 22 तारीख की मीटिंग के बारे में कहा गया था. वह मीटिंग सरकार के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में ही होगी. यह बैठक चंडीगढ़ के महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट में केंद्र सरकार के साथ होगी. केंद्र सरकार के साथ यह बैठक 22 तारीख को शाम 6 बजे होगी. इसे लेकर सरकार की ओर से एक पत्र जगजीत सिंह डल्लेवाल को दिया गया है.
इससे पहले 14 फरवरी को चंडीगढ़ सेक्टर 26 में ही सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक को किसान और केंद्र ने सकारात्मक बताया था. बैठक में केंद्र की ओर से संसदीय मंत्री प्रहलाद जोशी शामिल हुए थे. जोशी ने डल्लेवाल से अनशन तोड़ने की अपील की थी. लेकिन डल्लेवाल ने कहा कि सरकार जब तक उनकी 13 मांगों को नहीं मान लेती है, तब तक अनशन जारी रहेगा.
पिछली बैठक की तरह 22 फरवरी की मीटिंग में भी किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नुमाइंदे मीटिंग में शामिल होंगे. इस बैठक में किसानों का 28 सदस्यीय ग्रुप शामिल हुआ था. ये दोनों किसान संगठन पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर शंभू और खनौरी में कई महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछली मीटिंग में पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़ियां, खाद्य मंत्री लाल चंद कटारूचक और अन्य सरकारी अधिकारी शामिल थे.
पिछली मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि 22 फरवरी की बैठक में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगी. उस बैठक में खुद जोशी भी शामिल हो सकते हैं. किसान नेता डल्लेवाल ने बताया कि अच्छे माहौल में सरकार के साथ मीटिंग हुई. डल्लेवाल बीते साल 26 नवंबर से अनशन पर हैं. सरकार की टीम ने उनसे अनशन तोड़ने का आग्रह किया है, मगर उन्होंने इससे मना कर दिया है.
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