मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीउत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हरिद्वार जिले के बुग्गावाला इलाके में एक 'मशरूम विलेज' का उद्घाटन किया. इस मौके पर CM पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह पहल किसानों की आय बढ़ाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और कृषि क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि मशरूम की खेती एक प्रभावी व्यवसाय है जिससे कम जमीन, कम पानी और कम समय में ज्यादा मुनाफा होता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय कमाने में मदद मिलती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट स्थानीय युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा और स्वयं सहायता समूहों को भी आर्थिक रूप से मजबूत करेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि 'मशरूम विलेज' मॉडल राज्य के अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणा का काम करेगा और कृषि आधारित रोजगार को एक नई दिशा देगा.
CM धामी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के उत्थान के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 'फार्म मशीनरी' बैंक योजना के तहत किसानों को कृषि उपकरणों पर 80 प्रतिशत तक सब्सिडी, 3 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन और नहरों से मुफ्त सिंचाई की सुविधा दी जा रही है.
पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से 'पॉलीहाउस' के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिसके तहत अब तक लगभग 350 'पॉलीहाउस' स्थापित किए जा चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने गेहूं खरीद पर 20 रुपये प्रति क्विंटल बोनस, गन्ने की कीमतों में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी, नई सेब नीति, कीवी नीति, 'राज्य बाजरा मिशन', 'ड्रैगन फ्रूट' नीति और 'महाक क्रांति' नीति जैसी योजनाओं का भी जिक्र किया.
अगर आप घर में मशरूम उगाना चाहते हैं तो सबसे पहले एक प्लास्टिक के बैग में कंपोस्ट खाद के साथ धान-गेहूं का भूसा मिलाकर रख लें. फिर कंपोस्ट से भरे बैग में मशरूम के बीज को डालें और इसमें छोटे-छोटे छेद कर दें, इन्हीं छेदों की मदद से मशरूम उगने के साथ ही बाहर निकल आएंगे. हालांकि, इस बात का आपको खास ध्यान रखना होगा कि बीज डालने के 15 दिनों बाद तक शेड में हवा ना लगे. फिर बुआई के 15 दिन बाद शेड में पंखे लगा दें और हवा का प्रवाह होने दें. इसके बाद 30-40 दिनों तक मशरूम की फसल को पकने दें. (PTI)
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