मिचौंग चक्रवात के कारण चेन्नई में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न हुए बाढ़ जैसे हालात के बीच अब स्थिति सामान्य हो रही है. इन सबके बीच जलजमाव के कारण घरों के अंदर फंसे लोगों तक राहत पहुंचाई जा रही है. स्थानीय लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए कृषि विपणन और कृषि व्यवसाय विभाग इलाकों में लोगों तक सब्जियां पहुंचाई जा रही है. तमिलनाडु के कृषि और कल्याण मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने इन चलंत सब्जी दुकानों का निरीक्षण किया. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चेन्नई में इन दुकानों के जरिए हर दिन 20 टन सब्जी बेचने का लक्ष्य रखा गया है.
द हिंदू के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा कि विभाग की तरफ से बुधवार से ही आम लोगों के बीच सब्जी बेची जा रही है. सबसे पहले राजस्व विभाग और ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन की तरफ से एक लिस्ट तैयार की गई कि किन क्षेत्रों में सब्जी की आवश्यकता है. इसके बाद काम शुरू हुआ. सब्जियां बेचने के लिए कुल 100 वाहनों को काम पर लगाया गया. उन्होंने आगे बताया की पहले उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों में शिमला मिर्च, गाजर और चुकंदर सहित 18 प्रकार की सब्जियां बेचीं. हालांकि इसके बाद 9 किस्म की सब्जियों को कम कर दिया गया है क्योंकि अब उन सब्जियों को खरीदना मुश्किल हो गया है. लेकिन नियमित रूप से प्याज, टमाटर, आलू, मिर्च और अदरक की बिक्री की जा रही है.
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विभाग की तरफ से सब्जियों की बिक्री पल्लीकरनई, पूर्वी तांबरम, मुदिचूर, सेलाइयुर, मनाली, कोडुंगैयुर और माधवरम जैसी जगहों पर की गई. अधिकारी ने कहा कि हर दिन सब्जी बेचने की शुरुआत सुबह 8.30 बजे होती है. लोगों तक सब्जी की जानकारी पहुंचाने के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग किया जाता है. विशेष व्यवस्था कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने शनिवार को चेन्नई और आसपास के बाढ़ प्रभावित इलाकों में रियायती दर पर सब्जियां बेचने वाली मोबाइल दुकानों का निरीक्षण किया.
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मोबाइल सब्जी दुकानों के संचालन को लेकर पूछे जाने पर विभाग के अधिकारी ने कहा आज यानी रविवार तक इस तरह से सब्जियों की बिक्री की जाएगी. इसके बाद वाहनों से सब्जियों की बिक्री बंद कर दी जाएगी. क्योंकि अब प्राइवेट दुकाने फिर से खुल गई हैं. इसके अलावा सरकारी दुकान और प्राइवेट दुकानों के बीच एक प्रतिस्पर्धा भी है. इसलिए अवाडी और अंबत्तूर जैसी जगहों पर, उन्होंने कीमत में 2 की कमी की है. आगे उन्होंने कहा कि आवश्यकता के आधार पर बिक्री जारी रखने का निर्णय लिया जाएगा.
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