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बरनालाः किसानों-व्यापारियों के बीच झड़प का मामला, विरोध में चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बुलाया बंद

बरनालाः किसानों-व्यापारियों के बीच झड़प का मामला, विरोध में चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बुलाया बंद

व्यापारियों का आरोप है कि कृषि मुद्दों के बजाय किसान व्यापारियों को परेशान कर पैसे ऐंठने का काम कर रहे हैं. व्यापारियों पंजाब की मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया है कि वो व्यापारियों की बात नहीं सुन रही है. साथ ही व्यापारियों ने स्थानीय मंत्री का चुनाव में बहिष्कार करने का एलान किया है.

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व्यापारियों का विरोध करते किसान (फाइल फोटो) व्यापारियों का विरोध करते किसान (फाइल फोटो)

बरनाला में किसानों और व्यापारियों के बीच हुए झड़प का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. किसानों द्वारा व्यापारियों पर लाठी से किए गए हमले के विरोध में चैंबर ऑफ कॉमर्स बरनाला शहर बंद करने का आह्वान किया था. इस दौरान सभी दुकानदारों और व्यापारियों ने दुकानें और कारोबार बंद कर विरोध जताया. इस दौरान बरनाला की सभी दुकानें बंद रहीं. हालांकि आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया था. मेडिकल स्टोर खुले रखे गए थे. इतना ही नहीं बाजार में एकत्रित होकर दुकानदारों और व्यापारियों ने किसान यूनियन, सरकार और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने किसान यूनियन पर ब्लैकमेलिंग कर परेशान करने का आरोप लगाया है. 

व्यापारियों का आरोप है कि कृषि मुद्दों के बजाय किसान व्यापारियों को परेशान कर पैसे ऐंठने का काम कर रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारी व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगे वो अपना आंदोलन और तेज करेंगे साथ ही उन्होंने पंजाब बंद करने की चेतावनी दी. व्यापारियों पंजाब की मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया है कि वो व्यापारियों की बात नहीं सुन रही है. साथ ही व्यापारियों ने स्थानीय मंत्री का चुनाव में बहिष्कार करने का एलान किया है. इस मौके बातचीत करते हुए प्रदर्शनकारी व्यापारियों और दुकानदारों ने कहा कि किसान यूनियन द्वारा एक इमीग्रेशन व्यापारी को तंग परेशान किया जा रहा है. 

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किसानों पर आरोप

व्यापारियों ने कहा कि 2 दिन पहले व्यापारियों पर किसानों ने बुरी तरह से लाठीचार्ज किया था जिसकी वीडियो भी सबके सामने है. व्यापारियों ने कहा जिस किसान संगठन ने उनके साथ धक्कामुक्की की है वह जाली है और व्यापारियों के साथ की गई कार्रवाई सरासर गुंडगर्दी है. इसी के विरोध में व्यापारियों न बंद बुलाया था. व्यापारियों ने कहा कि किसान यूनियन व्यापारियों को ब्लैकमेल करके पैसे वसूल रहा है, इसे किसानों ने अपना धंधा बना लिया है. परंतु अब व्यापारी किसानों की मनमानी नहीं सहेंगे. व्यापारियों ने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा को पंजाब बर्बाद हो जाएगा. 

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आंदोलन तेज करने की चेतावनी

व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन और सरकार द्वारा इन पर कोई कार्यवाही न करने कारण इनके हौसले दिन व दिन बढ़ते जा रहे हैं. साथ ही कहा कि व्यापारियों के साथ हुई गुंडा-गर्दी के खिलाफ पंजाब सरकार का कोई भी नुमाइंदा उनकी मदद करने के लिए आगे नहीं आया. स्थानीय मंत्री तक व्यापारियों की सुध लेने नहीं आया, जबकि वोट के समय वो व्यापारियों के दर दर तक वोट मांगने के लिए आते हैं. व्यापारियों ने कहा कि अगर कोई उनकी सुनवाई करने के लिए आगे नहीं आया तो वो संघर्ष और तेज करेंगे.

उन्होंने मांग की कि  इमीग्रेशन व्यापारी के मामले में पुलिस के पास दोनों पक्षों की शिकायत पहुंची हुई है. कानून के अनुसार इस मामले में कार्रवाई की जाए.बता दें कि किसान यूनियन एक युवक को विदेश भेजने के मामले को लेकर इमीग्रेशन एजेंट के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है, इसी प्रदर्शन के दौरान सोमवार को किसान यूनियन और व्यापारी वर्ग आमने-सामने आ गए और दोनों के बीच लाठीचार्ज हो गया. (आशीष शर्मा की रिपोर्ट)