बिहार के किसान अब नए-नए तरीके से खेती कर अपना किस्मत आजमा रहे हैं. वे कृषि अनुसंधान केंद्र से खेती से जुड़ी नई-नई तकनीक जानकारी हासिल कर विभिन्न प्रकार के सब्जी की खेती भी कर रहे हैं जिससे उनके जीवन में कई बदलाव भी दिख रहा है. कुछ ऐसी ही तस्वीर सहरसा से निकलकर सामने आई है. हरी भिंडी की सब्जी आपने कई बार खाई होगी, लेकिन क्या आपने कभी लाल भिंडी की सब्जी खाई है? लाल भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसकी डिमांड गर्मियों में ज्यादा होती है. अगर आप भी किसान हैं और सब्जी की खेती करते हैं तो इस बार किसी और सब्जी की जगह लाल भिंडी लगाएं और फिर देखिए कैसे आप इस फसल के तैयार होने पर मोटा मुनाफा कमाते हैं. यह बात हम नहीं बल्कि जिले के बनगांव के किसान टुन्ना मिश्रा का कहना है.
उनका कहना है कि लाल भिंडी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है और इसकी डिमांड भी खूब होती है, हालांकि लोगों को लाल भिंडी के बारे में पता नहीं है. मार्केट में काफी कम दिखता है वजह यही है कि इसकी खेती काफी कम जिले में होती है. वही टुन्ना मिश्रा ने लाल भिंडी की खेती की पहल की जो पूरी तरह से सफल साबित हुई है. टूना मिश्रा अपने 1 एकड़ के खेत में लाल भिंडी की खेती की है, और इस खेती से उन्हें अच्छा खासा मुनाफा भी हो रहा है.
किसान टुन्ना मिश्रा बताते हैं कि मैंने भिंडी का नए तकनीक से खेती किया है. चूंकि मुझे अगवानपुर कृषि कॉलेज के वैज्ञानिकों से मदद मिला और उनके द्वारा बताया गया कि आप पढ़े-लिखे हैं. आप अगर अच्छे तरीके से खेती करके किसानों के बीच रखेंगे, तो वे लोग भी इसका नकल करेंगे और उससे समाज और आपका विकास होगा. इसी क्रम में मैं एक एकड़ में भिंडी का खेती किया हूं. उसमें रेड कलर के भिंडी का खेती किया, जिसका फलन बहुत ज्यादा है. उत्पादन के दौरान अभी तक एक पौधा से 70 भिंडी को तोड़ चुका हूं और ये खेती एक दो महीने और चलेगी. इसके बाद ये खेती खत्म हो जाएगा.
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हमारे गांव में ही एक सब्जी मंडी का बाजार है, खासकर मेरे भिंडी का इतना डिमांड है कि मेरा भिंडी बाजार में जाते ही बिक जाता है, क्योंकि मैं पूरे फसल के दौरान वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल करता हूं. जितना डिमांड है उतना मैं पूर्ति नहीं कर पाता हूं. अब किसान भी हमसे पूछते हैं कि कहां बीज मिलेगा और कैसे करें खेती. वो लोग भी आकर देखते हैं और मुझसे प्रशिक्षित होकर वे लोग भी इस खेती को शुरू किए हैं. इस खेती में एक एकड़ में 10 हजार लागत लगाए थे और लगातार मुनाफा कमा रहे हैं.
वही मौजूद प्रखंड उद्यान पदाधिकारी विकास कुमार सिंह की माने तो हमारे यहां जो भी किसान हैं उनको हमलोग प्रशिक्षित करते हैं और उनको सरकारी अनुदान भी हमलोग मुहैया करवाते हैं, जो हमारे यहां सब्जी की खेती देख रहे हैं. भिंडी की फसल जो टुन्ना जी के यहां देख रहे हैं, इनको आत्मा योजना के द्वारा भी प्रशिक्षण मिला है और हमारे स्तर से भी बीज में और फसल उत्पादन में परेशानी हो रही थी, वह हमलोग दूर किए. साथ ही प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई योजना दे रहे हैं. किसानों को इससे बहुत ज्यादा लाभ हुआ है. (सहरसा जिले से धीरज सिंह की रिपोर्ट)
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