राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. चुनावों की तैयारी में पक्ष-विपक्ष जुट गए हैं. ऐसे में सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार किसानों को भी अपने पक्ष में करने की तैयारी करती दिख रही है. इसीलिए प्रदेश के हर जिले में किसान संवाद कार्यक्रम किए जा रहे हैं. राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला इन किसान संवाद कार्यक्रमों में पहुंच रहे हैं. खंडेला अपनी सरकार के किए कामों को किसानों के लिए गिनवा भी रहे हैं. इसी कड़ी में ही जोधपुर में कृषि अनुसंधान केन्द्र, मंडोर में किसान संवाद कार्यक्रम किया गया. यहां भी खंडेला ने सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया.
संवाद कार्यक्रम में सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों से खंडेला ने कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार किसानों के लिए अलग से कृषि बजट पेश किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि प्रदेश का अन्नदाता खुशहाल होगा तो राजस्थान खुशहाल होगा. अलग से कृषि बजट पेश होने से किसानों की योजनाएं, सरकारी नीतियां अच्छी तरह से किसानों तक पहुंच रही हैं.
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति बी आर चौधरी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में काफी तरक्की हो रही है. इसीलिए संस्थानों के स्तर पर भी विकास पहुंच रहा है. जैसे पश्चिमी राजस्थान में उद्यानिकी फसलों में व्यापक संभावनाएं है, जिससे किसानों को फसल विविधता के साथ आर्थिक संबल मिलेगा. चौधरी ने कहा कि अगले कुछ महीनों में यूनिवर्सिटी किसानों को कई तरह की ट्रेनिंग भी देगी.
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किसान आयोग के सदस्य डॉ.ओपी खेदर ने कहा कि इस संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों की समस्याओं को सुनकर उनके समाधान करना है. कृषि क्षेत्र में क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने के लिए किसान आयोग लगातार काम कर रहा है. इसके अलावा सभी किसानों से अपील है कि वे अपने नजदीकी कृषि वैज्ञानिकों, केवीके और कृषि विभाग से लगातार संपर्क में रहें ताकि सरकारी योजनाओं के बारे में किसानों को पता चल सके.
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किसानों को उन्नत खेती एवं नवाचारों के बारे में जानकारी देने के लिये आयोग हर जिले में जाकर किसानों के साथ कृषक संवाद कार्यक्रम कर रहा है. इसमें खेती को बढ़ावा देने एवं कृषि के क्षेत्र में किसानों को आ रही समस्याओं के समाधान पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है.
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