भारतीय अंजीर का स्वाद चखेंगे विदेशी लोग, APEDA ने GI टैग वाले अंजीर जूस की पहली खेप निर्यात की

भारतीय अंजीर का स्वाद चखेंगे विदेशी लोग, APEDA ने GI टैग वाले अंजीर जूस की पहली खेप निर्यात की

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीई‍डीए) ने जीआई-टैग वाले पुरंदर अंजीर एक ड्रिंक तैयार किया है. भारत में अंजीर से बना यह पहला ड्रिंक हैं जिसे पोलैंड में एक्सपोर्ट किया गया. इसे खास तौर पर पोलैंड में एक्सपोर्ट करने के लिए बनाया गया है.

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भारतीय अंजीर का स्वाद चखेंगे विदेशी लोग, APEDA ने GI टैग वाले अंजीर जूस की पहली खेप निर्यात कीअंजीर (सांकेतिक तस्वीर)

भारत में अंजीर की खेती अब किसानों के लिए अधिक फायदेमंद होने वाली है, क्योंकि इसकी मांग अब विदेशों में भी होने लगी है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीई‍डीए) ने जीआई-टैग वाले पुरंदर अंजीर एक ड्रिंक तैयार किया है. भारत में अंजीर से बना यह पहला ड्रिंक हैं जिसे पोलैंड में एक्सपोर्ट किया गया. इसे खास तौर पर पोलैंड में एक्सपोर्ट करने के लिए बनाया गया है. अंजीर के रस की यह खेप सभी हितधारकों की उपस्थिति में एपीई‍डीए के अध्यक्ष श्री अभिषेक देव द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है. यह जर्मनी के हैम्बर्ग बंदरगाह से होते हुए रवाना हुई.

इस कार्यक्रम का आयोजन वैश्विक मंच पर भारत के विशिष्ट कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. वैश्विक बाजार में भारतीय अंजीर के रस की इस यात्रा की शुरूआत ग्रेटर नोएडा से हुई है. नई दिल्ली में आयोजित एसआईएएल 2023 के दौरान कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण मंडप से इसकी शुरुआत हुई. यहां आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला ने प्रदर्शित उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान के लिए एक मंच प्रदान किया. पुरंदर हाइलैंड्स फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा उत्पादित अंजीर के रस ने सभी का ध्यान आकर्षित किया. इतना ही नहीं इस उत्पाद ने कार्यक्रम में पुरस्कार भी जीता. 

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अपीडा का रहा महत्वपूर्ण सहयोग

इस मंच ने ही अंजीर के रस को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच बनाने लायक इसकी क्षमता को सामने लाने का कार्य किया. इस उत्पाद के विकास और निर्यात में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण  के निरंतर समर्थन और सहायता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वर्ष 2022 में हैम्बर्ग को ताज़े जीआई-टैग वाले पुरंदर अंजीर के पहले निर्यात के बाद से, अपीडा ने छोटे किसानों के साथ पूर्ण सहयोग से कार्य किया है. यह एक ऐसा उत्पाद है जिसे पेटेंट मिला है. यह कृषि के क्षेत्र में एक नए और उन्नत प्रयोग को दिखा रहा है. 

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पोलैंड से मिला ऑर्डर

अपीडा के समर्थन से इटली के रिमिनी में मैकफ्रूट वर्ष 2024 में अंजीर के रस का प्रदर्शन भी किया गया, जिससे इसकी वैश्विक पहुंच का और अधिक विस्तार हुआ. इस आयोजन में खरीदारों की ओर से रस को लेकर जबरदस्त और सकारात्मक रिस्पॉन्स देखा गया. जिसमें पोलैंड के व्रोकला में एमजी सेल्स एसपी द्वारा की गई पूछताछ भी शामिल थी, इसके बाद से ही पोलैंड से रस के निर्यात करने का ऑर्डर मिला. यह उपलब्धि न केवल भारतीय कृषि उत्पादों की क्षमता को प्रदर्शित करती है, बल्कि कृषि निर्यात के मूल्य को बढ़ाने में अनुसंधान और विकास के महत्व को भी बताती है. यह उपलब्धि भारतीय कृषि उत्पादों की क्षमता के साथ किफायती कृषि प्रणालियों और निर्यात को बढ़ावा देने में एफपीसी की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है.

 

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