General Election 2024 : 7वें चरण में कुल 904 उम्मीदवार चुनाव मैदान में, कंगना बड़ी देनदारों में शुमार

General Election 2024 : 7वें चरण में कुल 904 उम्मीदवार चुनाव मैदान में, कंगना बड़ी देनदारों में शुमार

Lok Sabha Election के अंतिम एवं सातवें चरण की Nomination Process पूरी हो गई है. Election Commission के मुताबिक इस चरण में 8 राज्यों की 57 सीटों पर 01 जून को मतदान होगा. इस चरण में कुल 904 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इनमें से 22 फीसदी के विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं कंगना रनौत सबसे बड़े देनदार उम्मीदवारों में शुमार हैं.

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General Election 204 : 7वें चरण में कुल 904 उम्मीदवार चुनाव मैदान में, कंगना बड़ी देनदारों में शुमारएक्ट्रेस कंगना रनौत 7वें चरण के चुनाव की सबसे बड़ी देनदार उम्मीदवारों में शुमार (फाइल फोटो)
18वीं लोकसभा के गठन के लिए हो रहा चुनाव अब अपने अंतिम दौर में पहुंच रहा है. भीषण गर्मी के बीच हो रहे इस चुनाव में Voter Turnout भले ही उम्मीद के मुताबिक न दिख रहा हो, लेकिन Election Process को संपन्न कराने की जिम्मेदारी निभा रहे मतदान कर्मियों का जज्बा, गर्मी की तपिश से कम नहीं हो रहा है. वहीं, चुनाव मैदान में डटे उम्मीदवार भी अपने लिए वोट मांगने के लिए हर घर तक पहुंचने की भरसक कोशिश कर रहे हैं. इस बीच ECI ने सातवें दौर की नामांकन प्रक्रिया को पूरा कर लिया है. आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 7वें चरण में शामिल 57 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कुल 2105 लोगों ने उम्मीदवारी की दावेदारी की थी. इनमें से 904 का दावा ही स्वीकार हुआ है. इस चरण के चुनाव में लगभग एक तिहाई उम्मीदवार करोड़पति हैं.

पंजाब और यूपी में सबसे ज्यादा उम्मीदवार

सातवें चरण में यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, झारखंड, ओडिशा और हिमाचल प्रदेश के अलावा केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ की 57 सीटों पर आगामी 01 जून को मतदान होगा. इन सीटों पर उम्मीदवारी के लिए पेश किए गए दावों की जांच के आधार पर आयोग की ओर से बताया गया कि पंजाब में सबसे ज्यादा 598 नामांकन दाखिल किए गए थे. इस चरण में पंजाब की सभी 13 सीटों के अलावा यूपी की 13, पश्चिम बंगाल की 9 और बिहार की 8 सीटों पर मतदान होना है.
 
पंजाब की 13 सीटों के लिए भरे गए 598 नामांकन पत्रों में से 353 सही पाए गए. नाम वापसी के बाद इनमें से 328 उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में बचे हैं. शेष  दावेदारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए. सातवें चरण में शामिल यूपी की 13 सीटों के लिए 495 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे. इनमें से 150 नामांकन सही पाए जाने के बाद छह दावेदारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए. अब यूपी में 144 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
वहीं, पश्चिम बंगाल की 9 सीटों के लिए 215 नामांकन पत्र पेश किए गए, इनमें से 129 सही पाए गए और नाम वापसी के बाद 124 उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में बचे हैं. बिहार की 8 सीटों के 372 दावेदारों ने उम्मीदवारी के लिए नामांकन पेश कि‍ए. इनमें से 138 नामांकन सही पाए गए. बाद में 4 दावेदारों के नामांकन वापस हो जाने के बाद अब चुनाव मैदान में 134 उम्मीदवार ही बचे हैं.
आयोग के अनुसार चंडीगढ़ सीट पर कुल 19 उम्मीदवार, ओडिशा की 6 सीट के लिए 66 उम्मीदवार, हिमाचल प्रदेश की 4 सीट के लिए 37 उम्मीदवार और झारखंड की 3 सीट के लिए 52 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.

22 फीसदी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी

सातवें चरण में शामिल 57 लोकसभा सीटों पर 22 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके विरुद्ध Criminal Cases दर्ज हैं. Electoral Reforms से जुड़ी शोध संस्था ADR की ओर से इस चरण के चुनाव में सभी 904 उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर बताया गया कि कुल 192 उम्मीदवार के दामन पर अपराध के दाग धब्बे हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार आपराधिक आरोपों में घिरे उम्मीदवारों में 17 प्रतिशत यानी 151 उम्मीदवारों के खिलाफ Serious Criminal Cases दर्ज हैं. इनमें 13 उम्मीदवार तो ऐसे हैं जिन्हें किसी न किसी मामले में दोषी भी ठहराया जा चुका है. इतना ही नहीं, इनमें से 4 प्रत्याशी Murder और 27 उम्मीदवार Attempt To Murder जैसे गंभीर आरोपों में घिरे हैं.
आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने के मामले में सपा अव्वल है. रिपोर्ट के अनुसार सपा और तृणमूल कांग्रेस के 78 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं सपा के 67 फीसदी प्रत्याशी गंभीर किस्म के आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. इसके अलावा भाजपा के 45 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक एवं 35 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले और कांग्रेस के 39 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक एवं 31 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
 

सबसे बड़े देनदारों में कंगना रनौत शामिल

सातवें चरण के उम्मीदवारों की संपत्ति की बात की जाए ताे 904 में से 299 यानी 33 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. धनी उम्मीदवारों को टिकट देने के लिहाज से देखा जाए तो, शिरोमणि अकाली दल (SAD), AAP और सपा के 100 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं कांग्रेस के 89 फीसदी और भाजपा के 50 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं.
धनी उम्मीदवारों में कुछ बड़े नाम ऐसे भी हैं, जिन पर बैंक या अन्य स्रोतों की देनदारी का बोझ भी भरपूर है. इनमें Film Actress Kangana Ranaut तीन सबसे बड़े देनदारों में शुमार हैं. रिपोर्ट के अनुसार 91 करोड़ रुपये से अधिक चल अचल संपत्ति की मालकिन कंगना के ऊपर 17 करोड़ रुपए से अधिक की देनदारी है. कंगना हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं.
पंजाब की बठिंडा सीट से अकाली दल की उम्मीदवार हरसिमरत कौर बादल, न केवल इस चरण के सभी उम्मीदवारों में Richest Candidate हैं, बल्कि वह सबसे बड़ी देनदार भी हैं. बादल के पास कुल 198 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्त‍ि है. साथ ही वह 54 करोड़ रुपये की देनदार भी हैं. वहीं, बिहार की बक्सर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार ददन यादव के पास चल अचल संपत्त‍ि महज 5 करोड़ रुपये है, लेकिन उनके ऊपर 46 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है.
इस चरण के सबसे धनी उम्मीदवारों में ओडिशा की केंद्रपाड़ा सीट से भाजपा के उम्मीदवार बैजयंत जय पांडा 147 करोड़ रुपये से अधिक चल अचल संपत्ति के मालिक हैं. वहीं चंडीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन के पास 111 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
इस चरण के खाकपति उम्मीदवारों में भानुमति दास अव्वल हैं. ओडिशा की जगतसिंहपुर सीट से उत्कल समाज पार्टी की उम्मीदवार भानुमति के पास महज 1500 रुपये नगद होने के कारण वह अंतिम चरण के उम्मीदवारों में Poorest Candidate हैं. इसके अलावा पंजाब की लुधियाना सीट से जन सेवा ड्राइवर पार्टी के उम्मीदवार राजीव मेहरा और पश्चिम बंगाल की जादवपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार बलराम मंडल के पास महज 2500 रुपये हैं. इन तीनों के पास कोई अचल संपत्त‍ि नहीं है.
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