Corona New Variant JN.1: केरल में कोरोना का नया सब वैरिएंट मिलने के बाद अब यूपी सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है. यूपी के स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (UP Dy CM Brajesh Pathak) ने कहा कि प्रदेश में कोविड का नया सब वेरिएंट पूरी तरह से काबू में है. उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर टेस्ट कराए जा रहे हैं. फिलहाल घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि कोरोना पूरी तरह से कंट्रोल में है. यह कोरोना का कोई वेरिएंट नहीं, बल्कि सब वेरिएंट है. इस बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी शामिल थे.
जानकारी के मुताबिक, देश में केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा समेत कई राज्यों से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में एक बेहद महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे. इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना है.
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उधर, लखनऊ के सीएमओ मनोज अग्रवाल ने कहा कि हम लोग हमेशा अलर्ट पर रहते है. अभी मॉकड्रिल भी हो चुकी है. इसके साथ ही सीएमओ ने बताया कि जो भी कोरोना पॉजिटिव आएंगे उनका जीनोम सिक्वेंसिंग किया जाएगा. इसके साथ ही जिसके भी इससे रिलेटेड सिम्टम्स होंगे उनका टेस्ट कराया जाएगा. सीएमओ के मुताबिक राजधानी लखनऊ में अभी एक भी कोरोना का एक्टिव मरीज नहीं है. वहीं यूपी में फिलहाल गाजियाबाद और बुलंदशहर में एक-एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना मिल रही है. इन मरीजो के सैंपल भी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने की तैयारी है.
डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के ‘जेएन.1’ स्वरूप के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ करार दिया है. डब्यूएचओ ने साथ ही कहा कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है. विश्व स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि 2020 के आखिरी में वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा करने वाले स्वरूपों के सामने आने से बाद से डब्ल्यूएचओ ने हल्के स्वरूप को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ और गंभीर स्वरूप को ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ के रूप में वर्गीकृत करना शुरू किया है.
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