ISMA का अनुमान: 2025-26 सीजन में 309.5 लाख टन चीनी उत्पादन, एक्सपोर्ट की अच्छी संभावना

ISMA का अनुमान: 2025-26 सीजन में 309.5 लाख टन चीनी उत्पादन, एक्सपोर्ट की अच्छी संभावना

इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) के अनुसार, बेहतर मॉनसून और गन्ने के बढ़े रकबे से इस सीजन में चीनी उत्पादन में करीब 39 फीसद की वृद्धि होगी. इथेनॉल डायवर्जन के बाद शुद्ध उत्पादन 309.5 लाख टन रहने का अनुमान है.

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ISMA का अनुमान: 2025-26 सीजन में 309.5 लाख टन चीनी उत्पादन, एक्सपोर्ट की अच्छी संभावनासरकार चीनी निर्यात को दे सकती है मंजूरी (सांकेतिक तस्‍वीर)

इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) ने 2025-26 शुगर सीजन के लिए चीनी उत्पादन का पहला एडवांस अनुमान जारी किया है. ISMA के अनुसार, इस सीजन में कुल चीनी उत्पादन (इथेनॉल के लिए डायवर्जन के बिना) 343.5 लाख टन होने की उम्मीद है. इथेनॉल के लिए अनुमानित 34 लाख टन के डायवर्जन को ध्यान में रखते हुए इस सीजन में शुद्ध चीनी उत्पादन (इथेनॉल के लिए डायवर्जन के बाद) 309.5 लाख टन होने की उम्मीद है.

स्टैंडर्ड प्रैक्टिस के अनुसार, अक्टूबर 2025 के तीसरे हफ्ते में पूरे भारत की मॉनसून के बाद की सैटेलाइट इमेज ली गई. इसके विश्लेषण के आधार पर, 2025-26 शुगर सीजन के लिए देश में गन्ने की कुल खेती का एरिया लगभग 57.35 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है, जबकि 2024-25 में यह 57.11 लाख हेक्टेयर था - जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बढ़ोतरी दिखाता है.

महाराष्ट्र में इतना बढ़ा रकबा

इस्मा ने बताया है कि महाराष्ट्र में, 2025-26 शुगर सीजन के लिए गन्ने का रकबा पिछले साल के 13.82 लाख हेक्टेयर की तुलना में बढ़कर 14.71 लाख हेक्टेयर हो गया है. यह लगभग 6 फीसद की बढ़ोतरी है. इस साल फसल की कुल स्थिति काफी बेहतर है जिसमें अच्छे मॉनसून से पर्याप्त पानी की मदद मिली है. इस बार बारिश भरपूर हुई है और जलाशयों का स्तर फसल की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. खेती के रकबे से पता चलता है कि ज्यादा क्षेत्रों में फसल की स्थिति अच्छी से बहुत अच्छी है.

क्रमांक संख्या राज्य 2024-25 सीजन 2025-26 सीजन अनुमान
1 महाराष्ट्र 93.51 130.0
2 कर्नाटक 54.89 63.05
3 उत्तर प्रदेश 101.01 103.2
4 अन्य 46.69 46.8
5 कुल अनुमान 296.10 343.5
6 अनुमानित इथेनॉल डायवर्जन 35.01 34
7 कुल चीनी उत्पादन 261.08 309.5

नतीजतन, उपज और रिकवरी पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने की उम्मीद है. बेहतर उपज और बढ़े हुए गन्ने के रकबे के मेल से कुल चीनी उत्पादन (डायवर्जन से पहले) पिछले साल के 93.51 लाख टन की तुलना में बढ़कर लगभग 130 लाख टन होने का अनुमान है. यह लगभग 39 फीसद की वृद्धि हो सकती है.

कर्नाटक में 6 परसेंट बढ़ोतरी

कर्नाटक में, गन्ने का रकबा पिछले साल के 6.4 लाख हेक्टेयर की तुलना में लगभग 6 फीसद बढ़कर 6.8 लाख हेक्टेयर हो गया है. महाराष्ट्र की तरह, अनुकूल बारिश और पर्याप्त जलाशय स्तरों ने फसल की स्थिति में सुधार किया है, जिससे गन्ने की उपज और चीनी रिकवरी में सुधार हुआ है. नतीजतन, कुल चीनी उत्पादन (डायवर्जन से पहले) में लगभग 16 फीसद की वृद्धि होने का अनुमान है, जो 2024-25 शुगर सीजन में 54.89 लाख टन की तुलना में 63.5 लाख टन तक पहुंच जाएगा.

उत्तर प्रदेश में गिरावट, पर पैदावार अधिक

उत्तर प्रदेश में, गन्ने का रकबा पिछले सीजन के 23.30 लाख हेक्टेयर से लगभग 3 फीसद घटकर 22.57 लाख हेक्टेयर हो गया है. हालांकि, खड़ी फसल की कुल स्थिति पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर है. मिल स्तर पर चल रही गन्ना विकास पहलों से 2025-26 शुगर सीजन में रेड रॉट और अन्य बीमारियों की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है. नतीजतन, पैदावार और रिकवरी दोनों में सुधार होने की संभावना है, जिसमें कुल चीनी उत्पादन (डायवर्जन से पहले) पिछले साल के 101.01 लाख टन की तुलना में 103.2 लाख टन होने का अनुमान है.

चीनी का अच्छा बैलेंस होने के कारण, भारत इस सीज़न में लगभग 20 लाख टन चीनी एक्सपोर्ट करने की अच्छी स्थिति में है. इस्मा ने सरकार से कहा है कि वह जल्द से जल्द एक्सपोर्ट पॉलिसी की घोषणा करे, ताकि मिलें पहले से ही अपनी कच्ची और सफेद चीनी उत्पादन की प्लानिंग कर सकें.

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