जिन भारतीय घरों में नॉनवेज नहीं खाया जाता वहां पनीर, छोले और राजमा की खूब धूम रहती है. राजमा चावल तो उत्तर भारत में बेहद पसंद किया जाने वाला भोजन है. सिर्फ देश ही नहीं दुनिया भर में इसके शौकीन हैं. लेकिन इन शौकीन लोगों के लिए एक डराने वाली रिसर्च सामने आई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक लाल राजमा जिसे अंग्रेजी में रेड किडनी बीन्स भी कहते हैं उसमें एक प्रकार का जहर पाया जाता है.ये सुनकर ही आप चिंता में पड़ गए होंगे! ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर ये पूरा मामला क्या है और अगर राजमा में जहर पाया जाता है तो इसका सेवन किस तरह किया जा रहा है और इस पर अब तक रोक क्यों नहीं लगी, इन सारे सवालों के जवाब अब आप जानिए इस रिपोर्ट में-
कैनेडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फूड सेफ्टी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लाल राजमा यानी रेड किडनी बिन्स में फाइटोहेमग्लगुटिनिन (phytohaemagglutinin)नाम का एक तत्व पाया जाता है. रिसर्च के मुताबिक यह लेक्टिन का एक जहरीला प्रकार है. बताया जाता है कि फाइटोहेमग्लगुटिनिन की मात्रा अगर आपके शरीर में बढ़ जाए तो ये आपकी आंत के लिए खतरनाक हो सकता है. यहां तक कि इसकी वजह से आप डायरिया के भी शिकार हो सकते हैं. इस पर यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट भी आई है, इसमें भी लाल राजमा को लेकर अलर्ट किया गया है. इसके मुताबिक अगर आप सूखे लाल राजमा को 10 मिनट से कम समय तक पकाते हैं तो इसके अंदर मौजूद जहर पांच गुना अधिक बढ़ जाता है, जो आपके लिए हानिकारक हो सकता है. ऐसे में राजमा को पकाते वक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है.
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लाल राजमा प्रोटीन, फाइबर, आवश्यक विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है. लेकिन अगर इसे क्च्चा या अधपका खाते हैं तो समझ लीजिए कि आप फाइटोहेमग्लगुटिनिन जहर का सेवन कर रहे हैं. यह जहर शरीर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं जहर के लक्षणों से आपको दस्त, पेट दर्द, उल्टी और सिरदर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल अगर आपको इसका सेवन करना है इसे घंटों तक भिगो कर फिर कम से कम 10 मिनट उबालें. ऐसे करने से आप इसमें पाए जाने वाले जहर से बच सकते हैं और लाल राजमा का स्वाद चाव से ले सकते हैं.
एक तरफ जहां लाल राजमा को जहरीला बताया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ सफेद राजमा को लेकर ऐसा कुछ रिपोर्ट नहीं आया है. सफेद राजमा को चित्रा राजमा कहा जाता है. यह राजमा पूरी तरह से लाल नहीं होता. ये हिमालय की तलहटी में पैदा होता है. लाल राजमा के मुकाबले इसमें प्रोटीन ज्यादा होता है. इसे आप रातभर भिगो के रखें और 15 से 20 मिनट तक उबालकर बनाएं तो यह और भी ज्यादा फायदेमंद हो जाता है. हालांकि राजमा को कभी भी कच्चा या आधा पक्का हुआ नहीं खाना चाहिए.ऐसे खाने से ये हानिकारक हो सकता है.
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