Shrimp: मंदी में चल रहे झींगा को अमेरिका ने दिया झटका, 50 हजार करोड़ के कारोबार पर संकट

Shrimp: मंदी में चल रहे झींगा को अमेरिका ने दिया झटका, 50 हजार करोड़ के कारोबार पर संकट

आंध्रा प्रदेश, गुजरात समेत भारत के कई हिस्सों में झींगा पालन किया जाता है. लेकिन घरेलू बाजार न होने के चलते ज्यादातर झींगा एक्सपोर्ट पर ही निर्भर है. लेकिन अब भारतीय झींगा कारोबार के लिए अमेरिका और चीन दोनों ही जगह से बुरी खबर आ रही है. 

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Shrimp: मंदी में चल रहे झींगा को अमेरिका ने दिया झटका, 50 हजार करोड़ के कारोबार पर संकटब्लैक टाइगर झींगा. फोटो क्रेडिट- डॉ. मनोज शर्मा

बीते एक साल से भी ज्यादा वक्त से झींगा कारोबार मंदे में चल रहा है. अच्छे रेट और आर्डर न मिलने की वजह से सैकड़ों झींगा पालक प्रोडक्शन घटा चुके हैं. लेकिन हालात हैं कि काबू में नहीं आ रहे हैं. ऐसे में अब अमेरिका ने भी भारतीय झींगा कारोबार को बड़ा झटका दे दिया है. अमेरिका जल्द ही झींगा एक्सपोर्ट पर कई नई शर्त थोप सकता है. इसका इशारा अमेरिकी सीनेटर ने दे दिया है. अमेरिका के इस कदम से भारत के झींगा पालकों से लेकर झींगा एक्सपोर्टर तक परेशान हैं. चीन से भी आई खबर ने झींगा कारोबारियों की नींद उड़ा दी है.

गौरतलब रहे भारत में हर साल करीब 10 लाख टन झींगा का उत्पादन होता है. सालभर झींगा का 50 हजार करोड़ से भी ज्यादा का कारोबार है. भारत में तैयार हुआ ज्यादातर झींगा एक्सपोर्ट होता है. तालाब में तैयार होने वाला झींगा ही एक्सपोर्ट होता है. समुंद्री झींगा की इसमे कोई हिस्सेदारी नहीं है. 

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अमेरिका में इन शर्तों का करना पड़ सकता है सामना 

मीडिया में छपी खबरों की मानें तो अमेरिका ने भारतीय झींगा पर एंटी डंपिंग डयूटी बढ़ाए जाने का इशारा दिया है. अभी तक अमेरिका में करीब तीन फीसद डयूटी लगती है. लेकिन इसे बढ़ाकर 10 फीसद किया जा सकता है. वहीं एक साल बाद 20 फीसद और 2025 में 30 किए जानें का इशारा दिया है. अमेरिकी सीनेटर का कहना है कि भारत अपने यहां इंपोर्ट होने वाली खाने की चीजों पर 30 फीसद जैसी भारी-भरकम डयूटी वसूल करता है. 

वहीं सीनेटर का ये भी कहना है कि भारत में झींगा पालन के दौरान दवाईयों का इस्तेमाल ज्यादा किया जा रहा है. इसलिए भारत से अमेरिका आने वाले 50 फीसद झींगा की कड़ी जांच की जाएगी. वहीं अमेरिका में सप्लाई होने वाले झींगा में समुंद्री झींगा शामिल नहीं होगा. जानकारों की मानें तो हालांकि अभी इस पर कोई अधिकारिक मुहर नहीं लगी है. 

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चीन से भी कम हो जाएगा झींगा का एक्सपोर्ट 

झींगा हैचरी एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुमार येलांकी ने किसान तक को बताया कि भारत अपने कुल झींगा उत्पाोदन का 30 फीसद हिस्सा चीन को एक्सपोर्ट करता है. वहीं 50 से 60 फीसद हिस्सा अमेरिका को एक्स‍पोर्ट करता है. अमेरिका का खुद का झींगा प्रोडक्शन न के बराबर है. जो थोड़ा बहुत है तो वो समुंद्र पर निर्भर है. लेकिन चीन में तालाब में झींगा पालन किया जाता है. लेकिन अब खबर आ रही है कि चीन अपने यहां झींगा पालन को बढ़ावा दे रहा है. जिसका असर भारतीय झींगा एक्सपोर्ट पर पड़ेगा. साथ ही चीन में आर्थिक हालात भी ठीक नहीं हैं, जिसके चलते पहले से ही झींगा एक्सपोर्ट कमजोर हो चुका है. 

 

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