डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन और ड्रोन के जर‍िए नई ऊंचाई पर पहुंचेगा कृष‍ि क्षेत्र 

डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन और ड्रोन के जर‍िए नई ऊंचाई पर पहुंचेगा कृष‍ि क्षेत्र 

इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के समापन पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र स‍िंह तोमर कहा क‍ि साइंस और टेक्नोलॉजी की मदद से आने वाले कल में भारत फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाएगा. क‍िसानों को होगा फायदा. टेक्नोलॉजी के जर‍िए आसान हो रहा है कृष‍ि क्षेत्र का काम.

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डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन और ड्रोन के जर‍िए नई ऊंचाई पर पहुंचेगा कृष‍ि क्षेत्र केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र स‍िंह तोमर. (Photo-Ministry of Agriculture)

केंद्रीय कृष‍ि मंत्री नरेंद्र स‍िंह तोमर ने कहा है क‍ि साइंस और टेक्नोलॉजी से आज कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है. कृषि क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी की वजह से काम करना आसान हो गया है. नुकसान कम हो रहा है और समय की बचत हो रही है. ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग किसानों के लिए सुलभ किया जा रहा है. डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के माध्यम से किसानों को काफी लाभ मिलेगा. यह क्षेत्र नई ऊंचाई पर पहुंचेगा. कृषि क्षेत्र में जिस प्रकार से र‍िसर्च हो रहा है, उसके आधार पर हम कह सकते हैं कि आने वाले कल में तकनीक का इस्तेमाल करते हुए भारत फसलों का उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाएगा. अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ दुनिया के प्रति दायित्व का निर्वहन करने में भी सफल होगा. 

तोमर ने यह बात मंगलवार को भोपाल में कही. वो इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के समापन पर आयोज‍ित एक कार्यक्रम को संबोध‍ित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का तेजी से विकास हो रहा है. हर क्षेत्र में इसकी उपयोगिता बढ़ी है. यह क्षेत्र केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है. 

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जय जवान-जय किसान से जय अनुसंधान तक 

सरकार की प्राथमिकता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया था और प्रधानमंत्री रहते अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे विज्ञान से जोड़ा. अब नरेंद्र मोदी ने जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान के साथ जय अनुसंधान को भी जोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि विज्ञान का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है. आज देश-दुनिया के परिदृश्य में इसे महसूस किया जा सकता है. आज दुनिया में जो प्रतिस्पर्धा है, उसमें भारत का भी स्थान बना है, लेकिन देश जिस स्थान को प्राप्त करने की क्षमता रखता है, वहां तक पहुंचने के लिए छोटी से छोटी चीज का भी वैज्ञानिक महत्व हमें पता होना चाहिए, तभी हम दुनिया की प्रतिस्पर्धा में आगे जा सकेंगे. 

युवा बड़ी ताकत 

तोमर ने कहा कि विज्ञान भारती, राज्य सरकार, केंद्र सरकार ने मिलकर देश भर के विद्यार्थियों, वैज्ञानिकों व स्टार्टअप्स के लिए इस आयोजन के माध्यम से एक सक्षम मंच उपलब्ध कराया. फेस्टिवल में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं व युवाओं को आमंत्रित किया गया. हमारा देश, युवा देश है. युवा ऊर्जा ही हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है. आज जो समय चल रहा, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृतकाल बोलते हैं. यह ऐसा समय है, जब युवा आबादी के बल पर देश बड़ी से बड़ी अपेक्षा और लक्ष्य को पूरा कर सकता है. 

प्रौद्योगिकी से कृष‍ि क्षेत्र को फायदा 

कृष‍ि मंत्री ने कहा क‍ि भारत सरकार विज्ञान-प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रही है. जब हम सरकार में आए उस समय साइंस और टेक्नालॉजी के लिए लगभग दो हजार करोड़ रुपये की राशि थी, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाकर 6000 करोड़ रुपये से अधिक करने का काम किया. प्रौद्योगिकी के जर‍िए कृष‍ि क्षेत्र में भी काफी तरक्की हो रही है. ड्रोन और ड‍िज‍िटल एग्रीकल्चर के जर‍िए कृषि और क‍िसान दोनों आगे बढ़ेंगे.  

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