बीकेएस की द‍िल्ली में 'किसान गर्जना' रैली, देशभर से किसान रामलीला मैदान में जुटे

बीकेएस की द‍िल्ली में 'किसान गर्जना' रैली, देशभर से किसान रामलीला मैदान में जुटे

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का संगठन भारतीय किसान संघ (बीकेएस) आज किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 'किसान गर्जना' रैली कर रहा है. बीकेएस किसानों से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरा है.

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बीकेएस की द‍िल्ली में 'किसान गर्जना' रैली, देशभर से किसान रामलीला मैदान में जुटेदेशभर से क‍िसान बीकेएस के बैनर तले रामलीला मैदान में जुट रहे हैं

Kisan Garjana Rally Update: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का संगठन भारतीय किसान संघ (BKS) आज किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 'किसान गर्जना' रैली कर रहा है. बीकेएस किसानों से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरा है. वहीं मांगों को लेकर देश के हजारों किसान दिल्ली के रामलीला मैदान में 'किसान गर्जना' रैली में होने जा रहे हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस रैली में देशभर के 50 हजार से ज्यादा किसानों के शामिल होने की संभावना है. इस दौरान सुबह 11 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक रामलीला मैदान के आस-पास काफी रश रहेगा. खबरों के मुताबिक, रैली में शामिल होने के लिए करीब 700-800 बसें और 4-5 हजार प्राइवेट गाड़ियों से किसान आएंगे. इसको ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने रामलीला मैदान के आस-पास ट्रैफिक कंजेशन को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है.

सरकार से नाराज है बीकेएस

भारतीय किसान संघ (बीकेएस) लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से नाराज है. संगठन ने अब सड़क पर उतरकर मोदी सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई है. बीते दिनों भारतीय किसान संघ के महासचिव मोहिनी मोहन मिश्रा ने कहा कि किसानों से जुड़ी मांगों को दिल्ली में रैली कर अपना विरोध जताया जाएगा, जिसमें 600 जिलों के किसान शामिल होंगे. इसी कड़ी में क‍िसान द‍िल्ली में जुटे हैं.

 

जय बलराम से गुंजायमान हुई राजधानी

जय बलराम, हम अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते, जैसे नारों से सोमवार को समूची दिल्ली गूंज उठी. गले में किसान संघ का गमछा डाले किसान हाथ में झंडा थामे हुए थे. संघ के पदाध‍िकारी राघवेंद्र पटेल ने बताया क‍ि रामलीला मैदान में क‍िसान जत्थों में जुटे हुए हैं. जो अपना हक मांगने के ल‍िए पूरे जोश के साथ आएं हैं. उन्होंने बताया क‍ि देशभर से क‍िसानों के जुटान ने क‍िसान एकता का पर‍िचय द‍िया है. 

 

रैली में रामलीला मैदान में जुटे कि‍सान
रामलीला मैदान में जुटे क‍िसान

उचित लाभ नहीं मिलने की वजह से किसान निराश 

वहीं, बीकेएस की कार्यकारी समिति के सदस्य नाना आखरे के अनुसार, जो किसान देश को अनाज, सब्जियां, फल, दूध आदि प्रदान करते हैं, आज अपनी कृषि उपज पर उचित लाभ नहीं मिलने की वजह से ‘बहुत निराश’ हैं और इस वजह से आत्महत्या कर रहे हैं.

भारतीय किसान संघ (बीकेएस) की क्या हैं मांगें?

  • केंद्र सरकार को कृषि उपज पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) नहीं लगाना चाहिए.
  •  पीएम किसान सम्मान निधि की राशि में खेती की बढ़ी लागत के अनुपात में बढ़ोतरी होनी चाहिए.
  •  जीएम (आनुवांशिक रूप से संशोधित) सरसों के बीज को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए. 
  •   देश की निर्यात-आयात नीति लोगों के हित में होनी चाहिए. 
  •   जैविक खेती को बढ़ावा मिलनी चाहिए. 
  • किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा तीन लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए किया जाए. 
  • FSSAI से प्रमाणपत्र की जरूरत के बिना माइक्रो-प्रोसेसिंग फूड यूनिट्स लगाने का लाइसेंस दिया जाए.

 

MSP गारंटी को लेकर आंदोल‍ित हैं क‍िसान संगठन

फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून को लेकर देश के अध‍िकांश क‍िसान संगठन इन द‍िनों आंदोल‍ित हैं. इससे पहले भारतीय क‍िसान संगठन भी MSP गारंटी को लेकर आंदेालन कर चुका है. तो वहीं सरदार वीएम स‍िंह के बैनर तले कई क‍िसान संगठन देशभर में यात्राएं न‍िकाल चुके हैं. हालांक‍ि सरकार भी इसको लेकर एक्ट‍िव है. ज‍िसके तहत सरकार ने MSP काे लेकर एक कमेटी गठ‍ित की हुई है.  

   

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