उत्तर प्रदेश राजभवन में चार दिवसीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी 2023 का आयोजन चल रहा है. इस मौके पर दूर-दराज से प्रदर्शनी में आए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनके उत्पादों का अवलोकन और क्रय भी किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एक गमले में नई तकनीक से उगाए गए दो विविध फूलों और सब्जियों की प्रक्रिया को अनुकरणीय बताया और इसे राजभवन स्थापित करने को कहा.
राजभवन में आयोजित प्रदर्शनी में प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा अपने स्टाल लगाए गए हैं. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने क्षेत्र विशेष के विशिष्ट कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने हेतु विश्वविद्यालयों को अन्न क्षेत्रों के उत्पादन में विशेषताओं को विकसित कराने हेतु सहयोग करने को कहा है. उन्होंने मोटे अनाज से बने विभिन्न उत्पादों की विशेष सराहना की और इसके प्रचार-प्रसार करने और विपणन के लिए बड़े बाजारों से जोड़ने को कहा. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के स्टाल का अवलोकन करते हुए राज्यपाल ने रासायनिक प्रयोग के बगैर बनाए गए हर्बल पेय का आनंद भी लिया.
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राजभवन में आयोजित प्रदर्शनी में लौकी से बने वाद्य यंत्र का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अवलोकन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कृषि उत्पादों का खाद्य के अतिरिक्त विपणन का प्रयोग सराहनीय है. ऐसे उत्पादन किसानों की आय में वृद्धि के लिए विविधताओं को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने प्रगतिशील किसानों द्वारा विविधताओं से भरे शाक- भाजी उत्पादन में बंद गोभी, शिमला मिर्च ,टमाटर के उत्पादों का अवलोकन किया और खेती में नवीनतम को बढ़ावा देने की सराहना भी की. प्रदर्शनी में आए एक 85 वर्ष की बुजुर्ग किसान द्वारा गाए गए कृषि गीत का भी उन्होंने आनंद लिया.
उद्यान विभाग की ओर से संयुक्त निदेशक शाक भाजी प्रदर्शनी, विजय बहादुर द्विवेदी ने बताया कि राजभवन के प्रांगण में प्रदेश की सबसे बड़ी फल, शाकभाजी और पुष्प प्रदर्शनी का बागवानी के शौकीन लोग 20 फरवरी तक इसमें शिरकत कर सकेंगे. प्रदर्शनी में इस साल कुल 48 क्लास और 628 वर्ग में प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. इस प्रदर्शनी में अब तक कुल 2181 प्रतिभागियों द्वारा 16740 प्रदर्शनों की एंट्री लखनऊ सहित विभिन्न जनपदों से की गई है. प्रदर्शनी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विजेताओं पुरस्कृत किया जाएगा. इस दौरान गमलों के कलात्मक समूहों का प्रदर्शन और फोटोग्राफी प्रतियोगिता विशेष आकर्षण के केंद्र होंगे.
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