भारत के बासमती चावल एक्सपोर्ट में आया 40.26 प्रतिशत का उछाल, जानें अन्य कृषि उत्पादों का हाल 

भारत के बासमती चावल एक्सपोर्ट में आया 40.26 प्रतिशत का उछाल, जानें अन्य कृषि उत्पादों का हाल 

प्रमुख कृषि और प्रोसेसिंग उत्पादों के निर्यात में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिससे चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात एक साल पहले के 17.51 अरब डॉलर से बढ़कर 19.69 अरब डॉलर हो गया है. वहीं इस दौरान बासमती चावल का निर्यात 2.38 अरब डॉलर से 40.26 प्रतिशत बढ़कर 3.34 अरब डॉलर हो गया है.

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भारत के बासमती चावल एक्सपोर्ट में आया 40.26 प्रतिशत का उछाल, जानें अन्य कृषि उत्पादों का हाल अप्रैल-दिसंबर में कृषि निर्यात 12% बढ़कर हुआ 19.7 अरब डॉलर, फोटो साभार: Freepik

चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों के दौरान प्रमुख कृषि और प्रोसेसिंग उत्पादों के निर्यात में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिससे चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात एक साल पहले के 17.51 अरब डॉलर से बढ़कर 19.69 अरब डॉलर हो गया है. वहीं इस दौरान बासमती चावल का निर्यात 2.38 अरब डॉलर से 40.26 प्रतिशत बढ़कर 3.34 अरब डॉलर हो गया है, जबकि गैर-बासमती चावल का निर्यात 3.35 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 4.66 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 4.51 अरब डॉलर था.

बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, एपीडा के चेयरमैन एम अंगमुथु ने कहा- "चूंकि हमारा (एपीडा उत्पाद) निर्यात पहले ही लगभग 20 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है, हम लक्ष्य को पार कर लेंगे और पिछले वर्ष के मुकाबले और ज्यादा करेंगे. जब तक वैश्विक मंदी नहीं होती है, हम इस साल 27 बिलियन डॉलर को पार करने के लिए तैयार हैं और 29 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकते हैं." 

23.56 अरब डॉलर का लक्ष्य 

चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-दिसंबर के दौरान निर्यात एक साल पहले के 17.51 अरब डॉलर से बढ़कर 19.69 अरब डॉलर हो गया है. सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान एपीडा उत्पादों के निर्यात के लिए 23.56 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा है. वहीं रुपये के कमजोर होने के कारण, निर्यात एक साल पहले के मुकाबले 1.3 लाख करोड़ रुपये से 20.4 प्रतिशत बढ़कर 1.57 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

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2023 में अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के मद्देनजर, एपीडा ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चुनिंदा बाजारों में ‘श्री अन्न’ (मोटे अनाज) और इसके मूल्य वर्धित उत्पादों के प्रचार के लिए एक आक्रामक अभियान की योजना बनाई है. इसके अलावा, एपीडा ने गुणवत्तापूर्ण उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न राज्यों में कई गतिविधियों की रूपरेखा तैयार की है.

बासमती चावल का बढ़ा निर्यात 

ताजा आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बासमती चावल का निर्यात 2.38 अरब डॉलर से 40.26 प्रतिशत बढ़कर 3.34 अरब डॉलर हो गया है, जबकि गैर-बासमती चावल का निर्यात 3.35 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 4.66 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 4.51 अरब डॉलर था. लेकिन मात्रा के आधार पर, बासमती चावल का शिपमेंट 16.6 प्रतिशत बढ़कर 3.2 मिलियन टन  और गैर-बासमती चावल 4.6 प्रतिशत बढ़कर 13.17 मिलियन टन 2022-23 के अप्रैल-दिसंबर के दौरान एक साल पहले की अवधि से बढ़ गया है.

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दालों का 80.38 फीसदी बढ़ा निर्यात 

ताजी सब्जियों का निर्यात 7.5 फीसदी बढ़कर 61.6 करोड़ डॉलर से 66.2 करोड़ डॉलर हो गया, जबकि ताजा फलों का निर्यात 0.6 फीसदी घटकर 46.2 करोड़ डॉलर से 45.9 करोड़ डॉलर रह गया. आंकड़ों के अनुसार, दालों का निर्यात 24.2 करोड़ डॉलर से 80.38 फीसदी बढ़कर 43.6 करोड़ डॉलर हो गया. प्रोसेसिंग फलों और सब्जियों का निर्यात संयुक्त रूप से 888 मिलियन डॉलर से बढ़कर 1.04 बिलियन डॉलर हो गया है, जो 17 प्रतिशत अधिक है, और डेयरी उत्पादों का निर्यात 19.45 प्रतिशत बढ़कर 395 मिलियन डॉलर से 471 मिलियन डॉलर हो गया है.

पोल्ट्री उत्पादों का निर्यात 50 मिलियन डॉलर से 91.7 प्रतिशत बढ़कर 95 मिलियन डॉलर हो गया और मक्का सहित अन्य अनाजों का निर्यात 764 मिलियन डॉलर से 13.6 प्रतिशत बढ़कर 869 मिलियन डॉलर हो गया है.

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