8 साल बाद लबालब हुई अलवर की सिलीसेढ़ झील, वॉटर स्‍पोर्ट्स के लिए दूर-दूर से आते हैं लोग

8 साल बाद लबालब हुई अलवर की सिलीसेढ़ झील, वॉटर स्‍पोर्ट्स के लिए दूर-दूर से आते हैं लोग

राजस्‍थान के अलवर में इस साल झमाझम बारिश के चलते 8 साल बाद सिलीसेढ़ झील लबालब भर गई है. यह एनसीआर का बहुत लोकप्र‍िय पर्यटन स्थल है. अरावली की पहाड़ियों के बीच स्थित सिलीसेढ़ झील पांच सौ मगरमच्‍छों का घर है. यहां वॉटर स्‍पोर्ट्स और बोटिंग के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.

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8 साल बाद लबालब हुई अलवर की सिलीसेढ़ झील, वॉटर स्‍पोर्ट्स के लिए दूर-दूर से आते हैं लोगसिलिसेढ़ लेक

अरावली की पहाड़ियों के बीच सिलीसेढ़ झील अपनी खूबसूरती के लिए देश-विदेश में अपनी खास पहचान रखती है. इस साल हुई तेज बारिश के चलते 8 साल बाद सिलीसेढ़ झील लबालब हुई है और झील से पानी छलकने लगा है. झील में चादर चलने लगी है. ऐसे में लोगों के चेहरे पर खुशी नजर आ रही है. एनसीआर में अरावली की पहाड़ियों के बीच इस झील में साल भर पानी रहता है. यह काफी लोकप्र‍िय टूरिस्ट प्लेस है. लोग यहां दूर-दूर से बोटिंग के लिए आते हैं.

इस साल अलवर में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. ऐसे में झील पूरी भर चुकी है. झील की क्षमता 492 मिलियन क्यूबिक फीट है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साल 2016 में झील पूरी भर गई थी और झील में चादर चली थी. उससे पहले 2010, 2012, 2003, 1996 व 1998 में झील में चादर चली थी. सिलीसेढ़ झील 28 फुट 9 इंच भरता है, जबकि 16 से 18 फीट पानी झील में हमेशा रहता है. कई बार 26 फुट पानी झील में पहुंच चुका है, लेकिन 8 साल बाद सिलीसेढ़ झील ओवरफ्लो हुई है.

गांव में किया अलर्ट जारी, प्रशासन तैनात

सिंचाई विभाग के अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि झील के आसपास के सभी गांव को अलर्ट कर दिया गया है. नहर झील के आसपास क्षेत्र में सिविल डिफेंस व पुलिस के लोगों को तैनात किया गया है. ग्रामीणों को पानी से दूर रखने की सलाह दी गई है.

झील के आसपास क्षेत्र में है अतिक्रमण

झील के आसपास भराव क्षेत्र में अवैध होटल व रेस्टोरेंट के निर्माण हो गए हैं. खेतों में पानी भर गया है. सिलीसेढ़ झील में पानी आने में भी कई तरह की दिक्कत आती है. प्रशासन की तरफ से कुछ समय पहले अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू की गई थी, लेकिन केवल एक होटल के कुछ हिस्से को तोड़ा गया और उसके बाद कार्रवाई बंद हो गई.

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सुरक्षा के इंतजाम करने में जुटा प्रशासन

मामले की जानकारी मिलते ही एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी एक्टिव हो गए हैं और सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं. सिलीसेढ़ झील की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है और पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. 

झील में है 500 मगरमच्छ

सिलीसेढ़ झील में 500 से ज्यादा मगरमच्छ है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से पूरी सावधानी बरती जा रही है, क्योंकि झील के आसपास के क्षेत्र में ग्रामीण रहते हैं. ऐसे में मगरमच्छ ग्रामीणों पर हमला कर सकते हैं. वहीं, मगरमच्छों की सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग को भी इस मामले की सूचना दी गई है.

किसानों को दिया जाता है झील से पानी

सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि झील से अक्टूबर माह में आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है. इसके अलावा झील में यहां बोटिंग होती है, इसलिए हमेशा अपनी रिजर्व रहता है. सिलीसेढ़ झील एनसीआर की एक ऐसी झील है, जिसमें स्पोर्ट्स एक्टिविटी होती हैं और साल भर यहां पानी रहता है.

हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट

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