जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने अपने ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के साथ लगे मैदानी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी दर्ज की जा सकती है. दूसरी ओर, 14 नवंबर से दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में पूर्वी लहर के चलते बारिश का एक नया दौर शुरू हो सकता है. बीते 24 घंटे की बात करें तो तमिलनाडु और केरला के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है. तो आइए जानते हैं कि 11 नवंबर दिन शनिवार को देश के सभी हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम. यहां हम प्याज की कीमतों से लेकर पीएम किसान स्कीम के बारे में भी जानेंगे. मौसम/Latest Weather News, प्याज की कीमत/Onion Price, चावल की कीमत/Rice Price, मंडी समाचार/ Mandi News, पीएम-किसान की किस्त/PM-Kisan, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना/PMFBY और खेती-किसानी से जुड़े हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट Live Updates. ये भी जानें कि PM Kisan की 15वीं किस्त कब तक आएगी.
दिवाली पर महालक्ष्मी की पूजा की जाती है. उल्लू को महालक्ष्मी का वाहन माना जाता है. अंधविश्वास में लोग धन पाने की चाहत में दिवाली पर उल्लू की बलि चढ़ाते हैं. इसी अंधविश्वास में लोग दिवाली से पहले उल्लू का शिकार करते हैं. इसको देखते हुए इटावा और लखीमपुर खीरी में वन विभाग की ओर से हाई अलर्ट किया गया है. दरअसल, इटावा जिले के बीहड़ों में बड़े पैमाने पर विभिन्न प्रजाति के उल्लू पाए जाते हैं जिनको पकड़ने के लिए तस्कर दीपावली से पहले व्यापक पैमाने पर सक्रिय हो जाते हैं. इससे पहले कई बार तस्करों को उल्लुओं के साथ में गिरफ्तार भी किया जा चुका है. इटावा जिला प्रभागीय वन अधिकारी अतुलकांत शुक्ला ने किसान तक से बातचीत में बताया कि दिवाली के मौके पर उल्लुओं का शिकार रोकने के लिए पूरे टाइगर रिजर्व में निगरानी के लिए वन कर्मियों की टीमें लगा दी गईं हैं. इन टीमों में शामिल फील्ड कर्मी को जंगल से सटी आबादी वाले क्षेत्र में 24 घंटे बारी-बारी से निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम को इटावा रेलवे स्टेशन से लेकर भरथना रेलवे स्टेशन तक सघन चेकिंग अभियान चलाया गया था. वन अधिकारी ने आगे बताया कि उल्लू का शिकार करने वाले लोगों के पकड़े जाने पर उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
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पंजाब में पराली जलाने के मामले में पिछले साल के मुकाबले तेजी से गिरावट आई है. इस साल प्रदेश में 9 नवंबर तक पराली जलाने के 23,620 दर्ज किए गए. जबकि पिछले साल 15 सितंबर से 9 नवंबर के बीच पराली जलाने के 34,868 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं, साल 2021 में इसी समान अवधि में 47,409 मामले रिकॉर्ड किए गए थे. ऐसे में हम कह सकते हैं, पंजाब में पराली जलाने के मामले साल दर साल तेजी से कम हो रहे हैं. पंजाब में 9 नवंबर को खेतों में आग लगने की 639 घटनाएं सामने आई थीं. जबकि, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसी तारीख को साल 2022 और 2021 के दौरान पराली जलाने के क्रमशः 1778 और 5079 मामले दर्ज किए थे. वहीं, पर्यावरणविदों का कहना है कि मौजूदा खरीफ सीजन पिछले सीजन की तुलना में असामान्य है. इस वर्ष पराली जलाने के कुल मामलों में कमी आने का एक कारण ये भी है. पर्यावरणविदों की माने तो इस बार मानसून का देरी से आगम हुआ. वहीं, कई जगहों पर अधिक बारिश होने की वजह से धान की फसल बर्बाद हो गई. ऐसे में किसानों को दोबारा धान की बुवाई करनी पड़ी. इससे धान की फसल भी देरी से तैयार हो रही है.
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#WATCH उत्तर प्रदेश: अयोध्या में दीपोत्सव समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। वीडियो राम की पैड़ी से ड्रोन कैमरे से शूट किया गया है। pic.twitter.com/CGvY8QiFtP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 11, 2023
नासिक जिले के लासलगांव स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी को उसके प्रबंधन ने 19 तारीख तक के लिए बंद कर दिया है. अब यहां 20 नवंबर सोमवार को नीलामी शुरू होगी. नासिक की दूसरी मंडियों को भी इस दौरान बंद रखा जाएगा. मैनेजमेंट दिवाली का हवाला दे रहा है, लेकिन लगातार 9 दिन की बंदी से किसानों में गुस्सा है. किसानों को उम्मीद थी कि बचा हुआ प्याज बेचकर दिवाली पर वो अच्छी कमाई करेंगे, लेकिन नीलामी बंद रहने की वजह से ऐसा नहीं हो सकेगा. इस दौरान किसानों का प्याज नहीं बिक पाएगा और उन्हें इससे काफी नुकसान होगा. नासिक देश में प्याज उत्पादन और उसके व्यापार का गढ़ है. इतने दिनों की बंदी से देश में प्याज की आवक प्रभावित होगी.
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दिवाली से पहले आम जनता के लिए बड़ी खुशखबरी है. कहा जा रहा है कि अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5 प्रतिशत से भी नीचे आ सकती है. इससे खाने- पीने की चीजों की कीमत में गिरावट आने की संभावना बढ़ गई है. अगर ऐसा होता है कि केंद्र सरकार के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि बीते जुलाई महीने खुदरा महंगाई 7.44 प्रतिशत के साथ 15 महीने के शिखर पर पहुंच गई थी. इस दौरान खाने- पीने की चीजें बहुत महंगी हो गई थीं. टमाटर 250 से 350 रुपये किलो बिकने लगा था. ऐसे में महंगाई पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार को खुद कम रेट पर टमाटर बेचना पड़ा. हालांकि, अगस्त में खुदरा महंगाई 6.83 फीसदी पर आ गई थी, जबकि सितंबर आते- आते खुदरा महंगाई दर घट कर 5.02 प्रतिशत पर पहुंच गई. दरअसल, न्यूज वेबसाइट मिंट ने अपने सर्वे के हवाले से कहा है कि अक्टूबर महीने में रिटेल इन्फ्लेशन रेट 4.8 फीसदी पर पहुंच सकता है. खास बात यह है कि सर्वे में शामिल 17 अर्थशास्त्रियों ने अक्टूबर महाने की महंगाई दर को लेकर ये आकड़े रहने की संभावना जताई है. इन र्थशास्त्रियों ने सर्वे में कहा है कि खुदरा महंगाई में गिरावट की असील वजह खाद्य पदार्थों की कीमत में नरमी आना है. हालांकि, खुदरा महंगाई के आधिकारिक आंकड़े अगले सप्ताह की शुरुआत में आने की उम्मीद है.
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STORY | Clear, blue skies in Delhi as air quality improves further
— Press Trust of India (@PTI_News) November 11, 2023
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(PTI Photo) pic.twitter.com/0pXe9aLbfw
#WATCH | Thick blanket of snow covers Kedarnath Dham in Uttarakhand pic.twitter.com/CQdYMb5cDg
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 11, 2023
भारतीय घरों में बनाए जाने वाले मीठे व्यंजन में खीर एक मशहूर व्यंजन है. इसे पुराने समय से ही त्योहारों और खुशी के मौकों पर बनाया जाता रहा है. ऐसे में 12 नवंबर को दिवाली का त्योहार आने वाला है. जिसे लेकर लोगों के दिलों में खास उत्साह रहता है. वहीं दिवाली का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वहीं भारत के सबसे बड़े त्योहार की बात करें तो दिवाली देश में पांच दिनों तक बेहद खास तरीके से मनाया जाता है. ऐसे में खीर एक बेहतर विकल्प है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खीर स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत भी बढ़ा सकती है? जी, हां आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं. लेकिन इसके लिए आपको चावल की जगह किसी और चीज की खीर बनानी होगी. क्या है वो खास सामाग्री आइए जानते हैं.
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भारत में रबी फसल का सबसे खतरनाक खरपतवार फालारिस माइनर यानि मंडूसी है जिसे गुल्ली डंडा, गेहूं का मामा और कनकी भी कहा जाता हैं. यह आम धारणा हौ कि मंडूसी का बीज भारत में उस समय पर आया जब हमने साठ के दशक में बड़े पैमाने पर मैक्सिको से बौनी किस्म की गेहूं का बीज आयात किया.गेहूं की की ज्यादा पैदावार देने वाली बौनी किस्मों के साथ-साथ अधिक खाद से पानी देने के परिणाम स्वरूप और मंडूसी को भी वृद्धि का अनुकूल वातावरण मिला, जिसके कारण तेजी से ये फैलता गया .मंडूसी खरपतवार से 10 से 100 प्रतिशत तक का नुकसान पाया गया है.आइसोप्रोटयूरान के असरदार न रहने से पिछले कई सालों से गेहूं उत्पादन में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. मंडूसी का नियंत्रण आज गेहूं की उत्पादकता वृद्धि के रास्ते में एक कांटा बन गया है. इस खतरनाक खरपतवार से बचने के बेहतर उपायों के बारे में खरपतवार शोध निदेशालय जबलपुर ने सुझाव दिये हैं.
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कल देश में दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा. इस बार दिवाली बहुत ही शुभ तरीके से मनाई जाएगी. दिवाली पर 5 तरह के राजयोग बनेंगे, इसलिए इस बार की दिवाली बेहद खास होने वाली है. दिवाली पर घरों में दीपक जलाने का विशेष महत्व होता है. इसके अलावा दिवाली पर शाम और रात को देवी लक्ष्मी की पूजा करने की परंपरा है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, दिवाली का त्योहार और देवी लक्ष्मी की पूजा कार्तिक माह की अमावस्या, प्रदोष काल और स्थिर लगन के दिन की जाती है. इस बार दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा के लिए दो शुभ मुहूर्त रहेंगे. आइए जानते हैं दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के लिए कौन सा और किस समय पूजा का समय रहेगा.
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धनतेरस से दिवाली का जश्न शुरू हो गया है. धन त्रयोदशी के बाद छोटी दिवाली, नरक चतुर्दशी, काली चौदस और हनुमान पूजा मनाया जाता है. छोटी दिवाली कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को प्रदोष काल में मनाई जाती है और यम का दीपक जलाया जाता है. रात्रि में काली चौदस और हनुमान की पूजा की जाती है. इस दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. जानिए छोटी दिवाली, नरक चतुर्दशी, काली चौदस और हनुमान पूजा का क्या है शुभ मुहूर्त. यम दीपक जलाने का समय क्या है? उनका महत्व क्या है?
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ओडिशा सरकार के कृषि विभाग ने किसानों की मदद के लिए शुक्रवार को एक एआई चैटबॉट सेवा शुरू की है. इस सेवा के शुरू होते ही अब प्रदेश के किसानों को घर बैठे- बैठे खेती से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी. यानी अब किसानों को खेती या कृषि तकनीक से संबंधित जानकारी के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. बस इसके लिए किसानों को अपने स्मार्ट फोन में एआई चैटबॉट ऐप इंस्टॉल करना पड़ेगा. कहा जा रहा है कि यह एआई चैटबॉट ऐप किसानों को खेती में उनकी समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करेगा. उन्हें छोटी-छोटी समस्याओं के लिए बार-बार स्थानीय कृषि कार्यालय तक दौड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी. कृषि विभाग का दावा है कि इस ऐप के माध्यम से किसानों की समस्या को उनके फोन में ही हल किया जा सकता है.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) रविवार यानी 12 नवंबर को गोरखपुर जिले में जंगल तिनकोनिया नंबर- 3 के वनटांगिया गांव में दिवाली (Diwali) मनाएंगे. सीएम योगी के आगमन की सूचना पर ग्रामीण अपने घरों को सजाने संवारने में जुटे हैं. इस मौके पर सीएम योगी करीब 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार भी देंगे. वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नम्बर तीन में आयोजित दीपोत्सव समारोह के दौरान ही सीएम जनपद के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के गांवों से संबंधित 91 करोड़ रुपये के 32 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे. इस दौरान उनके हाथों 62 करोड़ रुपये की लागत वाली 20 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी होगा. कार्यक्रम स्थल पर कई विभागों की तरफ से स्टाल लगाकर शासन की जनहित वाली योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी.
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#WATCH | Badrinath town of Uttarakhand covered under a blanket of snow pic.twitter.com/GaAZ8gIiIr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 11, 2023
सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 68 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. 5 नवंबर को 3230, 6 नवंबर को 2060, 7 नवंबर को 1515, 8 नवंबर को 2003, 9 नवंबर को 639 मामले दर्ज किए गए. जबकि बारिश के कारण 10 नवंबर को पराली जलाने के अच्छे मामले ही दर्ज किए गए. सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश और केंद्रीय टीमों के पंजाब पहुंचने के बाद स्थानीय प्रशासन पराली जलाने के मामलों को लेकर सख्त कार्रवाई कर रहा है.
इनपुट- कमलजीत
Air quality across Delhi continues to be in the 'Poor' category as per the Central Pollution Control Board (CPCB).
— ANI (@ANI) November 11, 2023
AQI in Anand Vihar at 282, in RK Puram at 220, in Punjabi Bagh at 236 and in ITO at 263 pic.twitter.com/q7uCcKNMPW
#WATCH | Overall air quality in Delhi drops to 'Poor' category after rains in the national capital pic.twitter.com/lvv1pL9U2s
— ANI (@ANI) November 11, 2023
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने अपने ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के साथ लगे मैदानी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी दर्ज की जा सकती है. दूसरी ओर, 14 नवंबर से दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में पूर्वी लहर के चलते बारिश का एक नया दौर शुरू हो सकता है. बीते 24 घंटे की बात करें तो तमिलनाडु और केरला के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है. आईएमडी ने कहा है कि अगले 02 दिनों के दौरान लक्षद्वीप, केरल और माहे और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में और तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की/मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है. कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की/मध्यम छिटपुट वर्षा हो सकती है. 14 नवंबर से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में पूर्वी लहर के कारण बारिश का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है.
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