ओडिशा सरकार के कृषि विभाग ने किसानों की मदद के लिए शुक्रवार को एक एआई चैटबॉट सेवा शुरू की. इस सेवा के शुरू होते ही अब प्रदेश के किसानों को घर बैठे- बैठे खेती से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी. यानी अब किसानों को खेती या कृषि तकनीक से संबंधित जानकारी के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. बस इसके लिए किसानों को अपने स्मार्ट फोन में एआई चैटबॉट ऐप इंस्टॉल करना पड़ेगा.
कहा जा रहा है कि यह एआई चैटबॉट ऐप किसानों को खेती में उनकी समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करेगा. उन्हें छोटी-छोटी समस्याओं के लिए बार-बार स्थानीय कृषि कार्यालय तक दौड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी. कृषि विभाग का दावा है कि इस ऐप के माध्यम से किसानों की समस्या को उनके फोन में ही हल किया जा सकता है.
वहीं, कृषि अधिकारियों का कहना है कि एक किसान के लिए खेती के बारे में सब कुछ जानने के लिए केवल एक मोबाइल फोन ही काफी है. उन्हें बस इस 'अमा कृषि एआई चैटबॉट' को इंस्टॉल करना होगा और विभाग द्वारा प्रदान किए गए क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा. खास बात यह है कि सवाल पूछने के लिए किसानों को टाइप करने की भी जरूरत नहीं है. वे बोलकर भी एप से सावल पूछ सकते हैं. उनके सवाल को एआई 'स्पीच टू टेक्स्ट' के माध्यम से ट्रांसलेट कर सकता है.
ये भी पढ़ें- Kiwi Varieties: कीवी की इन किस्मों से होगी बंपर पैदावार, जानिए खेती के बारे में सब कुछ
चैटबॉट के डेवलपर ने बताया कि किसान ऐप में बॉट के साथ ओडिया भाषा में चैट कर सकते हैं. अगर किसान पढ़ना नहीं जानते हैं, उनके लिए यह ऐप ऑडियो में सवाल का उत्तर देगा. यानी किसान सुनकर अपनी समस्या का समाधान जान सकते हैं. हालांकि, ऐप अपने प्रारंभिक चरण में है.
चैटबॉट के डेवलपर ने कहा कि एक बार परीक्षण सफल हो जाए और किसानों को यह पसंद आ जाए तो हम इसमें फोटो अपलोड करने की सुविधा भी लाएंगे. इसके बाद किसान अपनी फसल की तस्वीरें अपलोड कर सकते हैं और सवाल पूछ सकते हैं कि इसमें किस प्रकार का कीट लगा है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस चैटबॉट से सिर्फ धान किसान ही नहीं, बल्कि मछली पालन और पशुपालन से जुड़े लोग भी अपनी समस्या से जुड़े सवाल कर सकते हैं. हालांकि, सरकार इस क्षेत्र में एआई की शुरुआत करके खेती में क्रांति लाने की कोशिश कर रही है.
ये भी पढ़ें- Good news for farmers: दिवाली से पहले किसानों की लिए खुशखबरी, सोनालिका ट्रैक्टर खरीदने पर मिलेगा गिफ्ट
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today