भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक आने वाले 2-3 दिनों तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा. इस वजह से देश के कई हिस्सों में बारिश से भारी बारिश दर्ज की जा सकती है. आपको बता दें देशभर के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना है. ऐसे में आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम/Latest Weather News, टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी/Tomato Prices Hike, मंडी समाचार/ Mandi News, पीएम-किसान की किस्त/PM-Kisan, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना/PMFBY और खेती-किसानी से जुड़ी हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट्स (Live Updates)-
मॉनसून का ब्रेक खत्म होने वाला है. भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने कहा है कि एक्टिव मॉनसून का दौर 18 अगस्त से फिर शुरू हो सकता है. अभी तक मॉनसून का ब्रेक चल रहा था जो एक अगस्त के आसपास शुरू हुआ था. इसमें देश के कुछ हिस्सों को छोड़ दें तो मॉनसूनी बारिश रुकी थी. तभी इसे मॉनसून ब्रेक का नाम दिया गया. अब यह ब्रेक खत्म होने वाला है क्योंकि 18 अगस्त से मॉनसून फिर सक्रिय होगा और देश के अलग-अलग इलाकों में बारिश शुरू होगी.
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इस साल उत्तर भारत के किसान जहां भारी बारिश और कुछ हिस्सों में सूखे से जूझ रहे हैं. वहीं एक संकट उन्हें और परेशान कर रहा है. यह संकट है कीटों का जिससे फसलें प्रभावित हुई हैं. इस कीट के प्रकोप में कपास उत्पादन वाले राज्य शामिल हैं. हरियाणा, पंजाब और राजस्थान जहां अधिक मात्रा में कपास की खेती होती है, वहां इस साल फसलों में पिंक बॉलवर्म यानी कि गुलाबी इल्ली का असर फसलों पर दिखाई दे रहा है. इससे किसान काफी परेशान हैं. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, गुलाबी बॉलवर्म कपास का सबसे बड़ा दुश्मन कीट है. यह कीट अपना पूरा जीवन कपास पर ही पूरा करता है और यह छोटे पौधे से लेकर कली, फूल तक को खाकर उसे नुकसान पहुंचाता है.
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दक्षिणी अमेरिकी देश इक्वाडोर की खूबसूरती पूरी दुनिया में मशहूर है, तभी यहां दूर-दूर से लोग घूमने जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह खूबसूरत देश अपने अनोखे फूलों, विशेषकर गुलाबों के लिए भी लोकप्रिय है? इक्वाडोर में गुलाब की तकरीबन 500 किस्में ऐसी पाई जाती हैं जो अपने अद्भुत रंगों, बनावट और आकारों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं. इतना ही नहीं, इक्वाडोर ने इसमें एक कदम और बढ़ा दिया है. इक्वाडोर अपने गुलाब की खास किस्मों को सहेजे हुए है, उसे संरक्षित किया है ताकि अगली पीढ़ी को भी इस खूबसूरती को देखने का मौका मिले.
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एक जिला एक उत्पाद (ODOP) और दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) ने शुक्रवार को दिल्ली में 'ओडीओपी वॉल' लॉन्च किया. 'ओडीओपी वॉल' की शुरुआत करते हुए चरणजीत सिंह, अतिरिक्त सचिव, ग्रामीण आजीविका, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि इस तरह का प्रयोग दुनिया के सामने भारतीय शिल्प की विशेषता को दिखाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने की दिशा में एक और कदम है.
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मॉनसून की बारिश ने अब बिहार के कई इलाको में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिया हैं. लगातार हो रही बारिश बारिश और नेपाल के गंडक बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से गंडक का जलस्तर तेजी से बढ़ता दिख रहा है. गंडक के साथ लगे इलाको में फैसले डूबने लगी है, तो नदी का जलस्तर खतरे के निशान को छूने लगा है. आपको बता दें नदी का पानी बाँध के ऊपरी हिस्से को पार करने की हालत में दिखने लगा है. जिसके बाद इलाके में SDRF की टीम को एलर्ट कर दिया गया है. लालगंज के कई इलाको में गंडक नदी का पानी आस-पास के इलाको में फसलों को डुबो चुका है , जिसके बाद इलाके के लोग दहशत में हैं.
किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिये भारत सरकार और कृषि विभाग कई योजनाओं पर काम कर रहे है. किसानों को गंगा नदी के किनारे जैविक खेती करने के लिये प्रोत्साहित करना भी इन्हीं प्रयासों में शामिल है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में स्थापित गंगा सेल जो जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिए जाने पर कार्यरत है. प्रदेश में तैयार जैविक कृषक उत्पादक संगठन को भारत सरकार के ओपेन नेटवर्क डिजिटल कार्मस (ओएनडीसी) ई-कॉमर्स प्लेटफार्म से व्यवसाय करने के लिए जोड़ा जा रहा है. गंगा सेल के योजना अधिकारी संयुक्त कृषि निदेशक (बादोन्मुखी योजना), आरबी सिंह ने बताया कि (ONDC) एक सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जहां से किसान भाई अपने ऊपज को सीधे बेच सकते हैं देश में कई निजी इलेक्ट्रॉनिक विपणन संस्थाएं कार्य कर रही हैं जहां से किसानों अथवा कृषक उत्पादक संगठनों को महंगी फीस देनी पड़ती है. उनके समाधान के लिए मोदी सरकार ने ओएनडीसी की ऐसी व्यवस्था दी है जहां पर किसान भाई जुड़कर अपने ऊपर का व्यवसाय आसानी से कर सकते हैं.
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बेगूसराय में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. पिछले दो-तीन दिनों में हुई बारिश के बाद गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण खासकर दियारा क्षेत्र में जहां किसानों द्वारा लगाई गई सैकड़ों एकड़ फसल डूब गई है, वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में गंगा बहने लगी है. जलस्तर बढ़ने के साथ ही भीषण कटान भी हो रही है. दरअसल, बेगुसराय जिले के शाम्हो प्रखंड के दियारा इलाके में गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण किसानों के खेतों तक पानी पहुंच गया है, जिससे किसानों की करीब 1500 एकड़ में लगी मक्के की फसल डूब गयी है.
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण बिहार की कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिसमें नेपाल के रेन गेज स्टेशन पर 93 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिसके तहत गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना है. वहीं, गंगा नदी का जलस्तर भी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही घाघरा, बूढ़ी गंडक और कोसी नदी का जलस्तर भी कुछ जगहों पर बढ़ गया है. वहीं बागमती और गंडक नदी के जलस्तर में कुछ जगहों पर कमी आयी है.
टमाटर के बाद प्याज की खुदरा कीमतों (onion price) में बढ़ोतरी को कम करने के लिए केंद्र ने शुक्रवार को इस मामले में हस्तक्षेप किया है. उपभोक्ता विभाग ने जनता के भार को कम करने के लिए 3 लाख मीट्रिक टन के बफर स्टॉक से प्याज जारी करने का फैसला किया है. सब्जियों की बढ़ती लागत के बीच प्याज की कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने शुक्रवार को मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के हिस्से के रूप में इस साल बनाए गए 300,000 टन के बफर से प्याज जारी करने का फैसला किया है. प्याज की कीमतों (onion price) में दो साल की स्थिरता के बाद, मंडियों में रिकॉर्ड आवक के बावजूद हाल के हफ्तों में प्याज की कीमतें बढ़ती दिखाई दी.
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उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर में हिंसा जारी है. जानमाल की हानि के साथ कई क्षेत्रों में बर्बादी ऐसी है जिसका अंदाजा लगाना आसान नहीं. यहां तक कि उसकी भरपाई भी मुश्किल ही दिखती है. इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है मणिपुर की खेती और वहां का व्यापार. मणिपुर में इन दोनों सेक्टर को एक-दूसरे से अलग नहीं कर सकते क्योंकि यहां का व्यापार पूरी तरह से कृषि पर आधारित है. चूंकि हिंसा के चलते लोग अपना घर-बार छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं, इसलिए खेत-खलिहान भी सूने पड़ गए हैं. ऐसे में न खेत बचा है और न उसकी देखरेख करने वाला किसान. जब खेती ही नहीं बची तो भला व्यापार कैसे बच सकता है. यही हाल अभी मणिपुर का है.
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भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक आने वाले 2-3 दिनों तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा. इस वजह से देश के कई हिस्सों में बारिश से भारी बारिश दर्ज की जा सकती है. आपको बता दें देशभर के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना है. विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, शनिवार (12 अगस्त) को राष्ट्रीय राजधानी में मौसम साफ रहने की उम्मीद है. अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. हालांकि, 13 अगस्त और 14 अगस्त को दिल्ली में भारी बारिश की संभावना है.
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