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कपास किसानों को मिलने वाला है MSP से अधिक भाव! बारिश और कम उत्पादन अनुमान बने वजह 

कपास किसानों को मिलने वाला है MSP से अधिक भाव! बारिश और कम उत्पादन अनुमान बने वजह 

कपास उत्पादन एवं उपभोग समिति (CCPC) और कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने कपास उत्पादन अनुमान में गिरावट बताई है. जबकि, विपरीत मौसम ने भी फसल को नुकसान पहुंचाया है. महाराष्ट्र में हर तरह के कपास खरीद के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में जानकारों ने कपास की कीमत एमएसपी के पार जाने की संभावना जताई है.

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 8 फीसदी कम कपास उत्पादन अनुमानों ने किसानों को अच्छी कीमत पाने के संकेत दिए हैं. 8 फीसदी कम कपास उत्पादन अनुमानों ने किसानों को अच्छी कीमत पाने के संकेत दिए हैं.

कपास उत्पादन वाले मुख्य राज्यों में शामिल तमिलनाडु में तूफान फेंगल के चलते कई दिनों से बारिश हो रही है. इससे वहां फसल को नुकसान पहुंचा है. जबकि, महाराष्ट्र समेत मध्य प्रदेश में ओस और विपरीत मौसम ने कपास किसानों की मुश्किल जरूर बढ़ाई है, लेकिन 8 फीसदी कम उत्पादन अनुमानों ने किसानों को अच्छी कीमत पाने के संकेत दिए हैं. इस बीच महाराष्ट्र की अकोला मंडी में कपास का दाम बीते दिनों एमएसपी के पार पहुंच चुका है. जबकि, देश की अन्य मंडियों में भी किसानों को अच्छा भाव मिलने की उम्मीद बढ़ी है. 

कपास उत्पादन एवं उपभोग समिति (CCPC) ने 2024-25 फसल वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) के लिए कपास फसल का उत्पादन 299.26 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) रहने का अनुमान लगाया है, जो पिछले फसल वर्ष के 325.22 लाख गांठ से 8 फीसदी कम है. उत्पादन में गिरावट मुख्य रूप से इस वर्ष कपास की बुवाई क्षेत्रफल में कमी की वजह से है. इस सीजन 113.6 लाख हेक्टेयर में कपास की खेती की गई, जो एक वर्ष पहले के 126.88 लाख हेक्टेयर से 10 फीसदी कम है.

उत्पादन अनुमान कम

सीसीपीसी के अनुमानों के अनुसार पिछले फसल वर्ष के 435.75 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की तुलना में पैदावार 447.84 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर अधिक है. लेकिन, कुल उत्पादन में गिरावट होने की बात कही है. सीसीपीसी के उत्पादन अनुमान व्यापार निकाय कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अनुमान से थोड़े कम हैं, जिसने उत्पादन 302 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया है. सीसीपीसी के अनुमान के अनुसार पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को मिलाकर उत्तरी क्षेत्र में रकबा घटकर 12.38 लाख हेक्टेयर (17.96 लाख हेक्टेयर) रह गया. 

महाराष्ट्र की अकोला मंडी में एमएसपी के पार पहुंचा दाम 

महाराष्ट्र कृषि विपणन बोर्ड के अनुसार 23 नवंबर को राज्य की कई मंडियों में कपास की आवक में तेजी दर्ज की गई है. जबकि, कई मंडियों में कपास की थोक अधिकतम कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य के नजदीक पहुंच गई है, जो बीते कई सप्ताह से काफी नीचे थे. सबसे ज्यादा औसत कीमत अकोला मंडी में 7433 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गई है. बता दें कि केंद्र ने कपास की एमएसपी मीडियम स्टेपल के लिए 7121 रुपये प्रति क्विंटल और लॉन्ग स्टेपल के लिए  7521 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की है. 

एमएसपी से भी ज्यादा मिल सकती है कीमत 

कपास उत्पादन एवं उपभोग समिति (CCPC) और कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने कपास उत्पादन अनुमान में गिरावट बताई है. जबकि, विपरीत मौसम ने भी फसल को नुकसान पहुंचाया है. महाराष्ट्र में किसानों से हर तरह के कपास को खरीदने के निर्देश सरकार की ओर से मंडियों को जारी किए गए हैं. ऐसे में कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि कपास किसानों को आने वाले कुछ सप्ताह में एमएसपी से भी ज्यादा कीमत मिल सकती है. उत्पादन गिरावट की आंशकाओं ने कपास की कीमतों को ऊपर जाने पर बल दिया है. 

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