मीरा और गोपाल के साथ CM मोहन यादव सीएम मोहन यादव ने अपने X पोस्ट में लिखा 'आज अत्यंत शुभ दिन है, मंगल बेला है, जब सौभाग्य से निवास पर विशेष प्रजाति की पुंगनूर गाय और नंदी का आंध्र प्रदेश से आगमन हुआ है. गौमाता की सेवा से जीवन धन्य करना परम पुण्यदायक है. निवास पर गौमाता 'मीरा' और नंदी महाराज 'गोपाल' जी का हार्दिक स्वागत है. निवास पर लक्ष्मी नामक गौमाता पहले से है. छोटे पैर और छोटे कद की पुंगनूर नस्ल की गाय विलुप्त होने की कगार पर थी, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की प्रेरणा से अब इस नस्ल की गाय के अब न सिर्फ आंध्र प्रदेश बल्कि देश के अन्य स्थानों पर भी संरक्षण के प्रयास हो रहे हैं. 33 कोटि देवताओं को वास देने वाली गौमाता के चरणों में प्रार्थना है कि प्रदेशवासियों पर अपनी कृपा की वर्षा अनवरत बनाए रखें, सभी का कल्याण करें'.
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आपको बता दें कि इसी साल 14 जनवरी मकर संक्राति पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने निवास पर पुंगनूर गाय को दुलार करते और चारा खिलाते हुए वीडियो सामने आया था. विडियो वायरल होने पर सबका ध्यान आंध्र प्रदेश की पुंगनूर नस्ल की इन गायों की ओर गया था.पीएम नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के घर पर भी छोटी-छोटी और बेहद की सुंदर दिखने वाली पुंगनूर गाय आ गई है.
पुंगनूर गाय को दुनिया की सबसे छोटी गया कहा जाता है. गाय की ब्रीड को आंध्र प्रदेश में विकसित किया गया है. इस गाय की नल्य में बड़े पैमाने पर सुधार किया जा रहा है. ढाई फीट के इस गाय की खासियत यह होती है कि यह गाय सिर्फ पांच किलो चारा खाकर तीन लीटर तक दूध देती है. इस गाय की ऊंचाई तीन से पांच फीट तक होती है. पुंगनूर गाय की 112 साल की पुरानी ब्रीड है. जबकि मिनिएचर पुंगनूर को साल 2019 में डेवलप किया गया है. इस गाय की खासियत यह होती है कि छोटे आकार के कारण इसे शहरों में छोटी जगहों पर आसानी से पाला जा सकता है.
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