संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के वरिष्ठ नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले साल 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. इस बीच आज केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने डल्लेवाल से अपना अनशन खत्म करने की अपील की है. साथ ही शिवराज सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए गए किसानों से पहले से तय तारीख के अनुसार बातचीत जारी रखेगी.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, "भारत सरकार के प्रतिनिधियों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच उनकी मांगों को लेकर चल रहा बातचीत का सिलसिला लगातार जारी है। किसान नेता श्री जगजीत सिंह डल्लेवाल अब अस्पताल से वापस आ चुके हैं और हम उनके अतिशीघ्र पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की कामना करते हैं। साथ ही हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वे अपना अनशन समाप्त करें और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पहले से तय तिथि के अनुसार हम 4 मई को सुबह 11 बजे बातचीत के लिए मिलेंगे।"
बता दें कि बीते 19 मार्च को केंद्र सरकार, पंजाब सरकार और किसान संगठनों के बीच चंडीगढ़ में सातवें दौर की बातचीत हुई थी. मगर इसके तुरंत बाद पंजाब सरकार ने संगठन के प्रमुख किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवन सिंह पंधेर, अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटडा और अन्य को हिरासत में ले लिया था. साथ ही शंभू और खनोरी बॉर्डर से किसानों के धरना स्थल पर भी मान सरकार ने जबरन बुलडोजर चलाकर हटा दिए गए थे. ऐसे में अब शिवराज ने भी संदेश दिया है कि शंभू और खनोरी बॉर्डर से हटाए गए किसानों से केंद्र सरकार 4 मई को फिर से बातचीत करेगी.
दरअसल, जगजीत सिंह डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के वरिष्ठ नेता हैं. किसानों की मांगों को लेकर वह पिछले साल 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. किसान संगठन की मांग है कि केंद्र सरकार फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रदान करने की कानूनी गारंटी सहित किसानों की अन्य मांगों को स्वीकार करे. हालांकि, जनवरी में केंद्र सरकार द्वारा किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद डल्लेवाल ने खनौरी प्रदर्शन स्थल पर चिकित्सा सहायता लेना शुरू कर दिया, लेकिन उन्होंने अपना अनशन अभी तक समाप्त नहीं किया है. इसी बीच गुरवार को डल्लेवाल पटियाला के एक निजी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद में वह फरीदकोट जिले में अपने पैतृक गांव चले गए.
पटियाला में अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद जब किसान नेता डल्लेवाल बाहर आए तो पत्रकारों से बातचीत नें उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि एक तरफ सरकार के साथ बैठकें हो रही हों और दूसरी तरफ बैठक के बाद किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया हो. जिस सरकार ने हमें धोखा दिया है, वह आंदोलन को उखाड़ सकती है, लेकिन हमारा इरादा नहीं डिगा सकती. हमारा प्रयास इस आंदोलन को फिर से खड़ा करने का है. किसान संगठन एक साथ बैठेंगे और चर्चा करेंगे कि इसे पूरे देश में कैसे ले जाया जाए. इस दौरान किसान नेता डल्लेवाल ने फिर दोहराया कि फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित किसानों की मांगें पूरी होने तक उनकी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रहेगी.
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