डेयरी फार्मिंग के लिए सब्सिडी कैसे लें? फार्म खोलने के लिए कितनी लगेगी लागत

डेयरी फार्मिंग के लिए सब्सिडी कैसे लें? फार्म खोलने के लिए कितनी लगेगी लागत

अगर किसान देशी दुधारू गाय और भैंसों के साथ डेयरी की छोटी इकाई खोलना चाहते हैं, तो वे अधिकतम 10 पशु खरीद सकते हैं. इसके लिए उन्हें कम से कम 2 लाख और अधिकतम 5 लाख रुपये का लोन मिलेगा. वहीं, अगर किसान सामान्य वर्ग से आते हैं, तो उन्हें 25 फीसदी सब्सिडी मिलेगी. यानी 1.25 लाख रुपये उन्हें फ्री में मिलेंगे. 

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डेयरी फार्मिंग के लिए सब्सिडी कैसे लें? फार्म खोलने के लिए कितनी लगेगी लागतपशुपालन पर मिलती है सब्सिडी. (सांकेतिक फोटो)

भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां पर किसान खेती करने के साथ-साथ बड़े स्तर पर पशुपालन भी करते हैं. वहीं, केंद्र सरकार भी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. इसके लिए वह किसानों को सब्सिडी देती है. लेकिन बहुत से किसानों को सब्सिडी के बारे में जानकारी तक नहीं है. लेकिन अब उन किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. वे नीचे बताए गए विधि से पशुपालन का व्यवसाय शुरू करने के लिए सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं.

दरअसल, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) के तहत केंद्र सरकार ने किसानों के हित में कई सारी योजनाएं शुरू की है. इन्हीं योजनाओं में से एक डेयरी उद्यमिता विकास योजना भी है. इस योजना के तहत किसानों को पशुपालन शुरू करने के लिए सब्सिडी पर लोन मिलता है. तो आइए जानते हैं डेयरी उद्यमिता विकास योजना क्या है और इसका फायदा कैसे उठाएं.

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योजना का क्या है मुख्य उदेश्य

डेयरी उद्यमिता विकास योजना का मुख्य उदेश्य डेयरी क्षेत्र में स्वरोजगार और बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है. साथ ही अच्छे प्रजनन स्टॉक के विकास और संरक्षण के लिए बछिया पालने को प्रोत्साहित करना भी शामिल है. इसके अलावा सरकार की ये भी कोशिश है कि इस योजना की मदद से किसान ग्रामीण स्तर पर ही दूध का प्रसंस्करण कर सकें. इसलिए असंगठित क्षेत्र को बढ़ावा देना भी इस योजना का उदेश्य है. एक्सपर्ट की माने तो सरकार डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत दूध उत्पादों के उत्पादन और प्रसंस्करण के माध्यम से दूध का वैल्यू एडिशन करना चाहती है. यही वजह है कि वह सब्सिडी पर किसानों को लोन मुहैया करवा रही है.

2 से 7 साल के बीच चुकाना होगा लोन

डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत किसान अगर लोन लेते हैं तो लोन की ब्याज़ दर बैंक और आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार तय की जाती है. सब्सिडी प्राप्त होने तक बैंक के पास संपूर्ण लोन राशि पर ब्याज लगाने का विकल्प है. सब्सिडी मिलने की तारीख से ब्याज़ दर लागू होगी. वहीं, लोन की भुगतान अवधि 2 से 7 साल के बीच होती है, जो कई कारको पर निर्भर करती है. किसान, एकल उद्यमी, असंगठित और संगठित क्षेत्र के समूह, स्वयं सहायता समूह, डेयरी सहकारी समितियां, मिल्क यूनियन और फेडरेशन पंचायत राज संस्थाएं इस योजना के तहत सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं.

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फ्री में मिलेंगे 1.25 लाख

अगर किसान देशी दुधारू गाय और भैंसों के साथ डेयरी की छोटी इकाई खोलना चाहते हैं, तो वे अधिकतम 10 पशु खरीद सकते हैं. इसके लिए उन्हें कम से कम 2 लाख और अधिकतम 5 लाख रुपये का लोन मिलेगा. वहीं, अगर किसान सामान्य वर्ग से आते हैं, तो उन्हें 25 फीसदी सब्सिडी मिलेगी. यानी 1.25 लाख रुपये उन्हें फ्री में मिलेंगे.  SC/ST वर्ग के लाभार्थियों को 33.33 फीसदी सब्सिडी मिलेगा. खास बात यह है कि अगर सामान्य वर्ग का किसान 2 दुधारू पशु खरीदता है, तो उसे 25 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी. SC/ST वर्ग के लिए 33,300 रुपये की सब्सिडी है. खास बात यह है कि सब्सिडी पशुओं की संख्या पर तय की जाती है.

 

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