प्रयागराज के 5.49 लाख से अधिक सीमांत और छोटे जोत वाले किसानों को हाल ही में जारी पीएम किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) की 17वीं किस्त का लाभ मिला है. इन किसानों के खातों में 17वीं किस्त के 2000-2000 रुपये पहुंच गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि इन किसानों के बीच कुल 109 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की गई है. प्रयागराज के उप निदेशक (कृषि) सत्य प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रयागराज जिले में 6 लाख से अधिक किसान पंजीकृत हैं. उन्होंने कहा कि जिले के 5.49 लाख अन्नदाताओं को किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त भेजी गई है.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, किसान सम्मान निधि के रूप में 109.40 करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके खातों में भेजी गई है. उप निदेशक (कृषि) एसपी श्रीवास्तव का कहना है कि जिले के किसानों को अब तक किसान सम्मान निधि की कुल 17 किस्तें मिल चुकी हैं. अब उन पात्र किसानों को भी इसमें शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है जो किसी कारणवश इससे वंचित रह गए हैं. किसान सम्मान निधि पाने वालों को एक और राहत यह है कि अब वे डाक विभाग के जरिए भी राशि प्राप्त कर सकते हैं. इच्छुक किसानों को यह राशि डीबीटी के जरिए मिलेगी.
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वाराणसी और प्रयागराज क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल केके यादव ने बताया कि इसके लिए किसानों को किसी बैंक शाखा या एटीएम में जाने की जरूरत नहीं होगी. घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिए देश के किसी भी बैंक में मोबाइल फोन और आधार लिंक्ड खाते से राशि निकाली जा सकेगी. उन्होंने बताया कि इसके लिए डाक विभाग कोई शुल्क नहीं लेगा. अधिकारियों का कहना है कि देश में सीमांत और छोटी जोत वाले किसानों की संख्या सबसे ज्यादा है. सीमित आय के कारण कई बार आर्थिक रूप से कमजोर इन किसानों को खेती में कई आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.
किसान साहूकारों से कर्ज लेने को मजबूर हो जाते थे और कर्ज के जाल में फंस जाते थे. इन समस्याओं को देखते हुए भारत सरकार ने 2 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार शपथ लेने के बाद पहली बार 18 जून, 2024 को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे के दौरान देशभर के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों के लिए पीएम-किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की थी, जिसकी राशि 20,000 करोड़ रुपये से अधिक थी. पीएम किसान योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम है, जिसके तहत सभी पंजीकृत छोटे जोत वाले किसानों के परिवारों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये या तीन बराबर किस्तों में 2,000 रुपये की आय सहायता प्रदान की जाती है.
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कृषि विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कुछ साल पहले तक खेती की बढ़ती लागत के कारण किसान तेजी से खेती से दूर हो रहे थे. लेकिन पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू होने के बाद स्थिति बदल गई. किसानों का कहना है कि योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक मदद से खेती के प्रति उनका रुझान बढ़ा है. जो किसान पहले खाद और बीज के लिए साहूकारों से कर्ज लेते थे, उन्हें अब साहूकारों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. किसान सम्मान निधि उनके खातों में आने से उनका काम आसानी से हो जाता है. सम्मान निधि मिलने से किसान समय पर खाद और बीज खरीद लेते हैं और जल्दी फसल बोने लगे हैं. इससे उनकी फसल का उत्पादन बढ़ने लगा है और किसान की आय में भी काफी सुधार हुआ है.
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