मंगलवार को पंजाब के अलग-अलग जिलों से सैकड़ों किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के पैतृक गांव डल्लेवाल में इकट्ठा हुए और बड़े स्तर पर रोष प्रदर्शन किया. किसानों ने ऐलान किया कि जब तक सभी गिरफ्तार किसान रिहा नहीं हो जाते, तब तक वे गांव में ही धरना जारी रखेंगे और इसके बाद ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
प्रदर्शन के दौरान किसान नेता सुरजीत सिंह ने अपने साथियों के साथ गांव में बैठक करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आज हमारी महत्वपूर्ण बैठक हुई है, जिसमें यह फैसला लिया गया कि जितने भी किसान यहां आए हैं, वे तब तक घर नहीं जाएंगे जब तक सभी किसानों की रिहाई नहीं हो जाती. हम गांव में ही धरना देंगे और जब हमारे नेता जेल से बाहर आएंगे, तो आगे की रणनीति तय की जाएगी."
उन्होंने यह भी साफ किया कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अगली बैठक में भी उनकी भागीदारी रहेगी और उनका मोर्चा पूरी तरह एकजुट है.
किसान नेताओं ने कहा कि अगर पंजाब पुलिस जबरन धरना हटाने का प्रयास करेगी, तो वे गांव छोड़कर सीधे वहीं जाएंगे, जहां उन्हें ले जाया जाएगा, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि पंजाब सरकार और प्रशासन उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वे अपने आंदोलन को जारी रखेंगे.
इस बीच, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर भी चिंता जताई जा रही है. उन्होंने किसानों की रिहाई तक पानी न पीने का संकल्प लिया था और अब तक 125 घंटे से अधिक समय से अनशन पर हैं. किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर डल्लेवाल साहिब की तबीयत बिगड़ती है, तो इसके लिए पंजाब सरकार और पटियाला पुलिस जिम्मेदार होगी.
किसान नेता सुरजीत सिंह और उनके सहयोगियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, "हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे और सरकार को अपनी मांगें मानने के लिए बाध्य करेंगे." किसानों का कहना है कि वे किसी भी दबाव में आने वाले नहीं हैं और अपने साथियों की रिहाई तक धरना जारी रखेंगे.
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