ज़ुआरी इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने 31 मार्च 2025 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए अपने ऑडिटेड वित्तीय नतीजे जारी किए हैं. स्टैंडअलोन आधार पर कंपनी की ऑपरेशंस से हुई कुल आय 870.7 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 22% की बढ़ोतरी है. ऑपरेटिंग EBITDA ₹70 करोड़ रहा, जिसमें 42% की वृद्धि दर्ज की गई. स्टैंडअलोन प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) 31.8 करोड़ रुपये रहा (विशेष मदों से पहले). कंसोलिडेटेड तौर पर, कंपनी का कुल राजस्व 1,082.5 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना 1.4% की वृद्धि है. हालांकि, कंपनी को 94.4 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जो मुख्य रूप से विशेष मदों के कारण है.
अब तक की सबसे ज़्यादा गन्ना पेराई: कंपनी ने 157 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की, जो 11% की वृद्धि है. चीनी उत्पादन में सुधार: 14.8 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ, जिसमें रिकवरी रेट 10.61% रहा. ऑपरेशन्स की समय से शुरुआत: मिलिंग 27 अक्टूबर 2024 को शुरू हुई, जो अब तक की सबसे जल्दी शुरुआत है. चीनी बिक्री 602 करोड़ रुपये, जो 47% की सालाना वृद्धि है. बिजली निर्यात 9.1 करोड़ यूनिट, जिससे 37.3 करोड़ रुपये की आय हुई. एथेनॉल बिक्री 226.2 करोड़ रुपये, जो 39% की वृद्धि है. यह प्रदर्शन गन्ना विकास, संचालन सुधार, डिजिटल पहलों और रणनीतिक योजनाओं के चलते संभव हुआ.
ये भी पढ़ें: Heat Stroke: बढ़ते तापमान और गर्म हवाओं से पशुओं को लग सकती है लू, ऐसे करें पहचान और इलाज
पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 में कंपनी ने विभिन्न क्षेत्रों में डिजिटल और टेक्नोलॉजिकल सुधारों के ज़रिए अपनी संचालन क्षमता को बेहतर किया.
कंपनी के प्रबंध निदेशक अतर शाहब ने कहा "हमारे वित्तीय नतीजे यह दर्शाते हैं कि हमने संचालन कुशलता और रणनीतिक प्राथमिकताओं पर सफलतापूर्वक काम किया है. चीनी, बिजली और एथेनॉल डिविजन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. साथ ही हमारी सहयोगी कंपनियों और संयुक्त उपक्रमों ने भी अहम योगदान दिया है. हम भविष्य में भी टेक्नोलॉजी, दक्षता और स्थायित्व के साथ आगे बढ़ते रहेंगे."
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today