पुराने समय में लोग कम सुविधाओं में भी बड़ी-बड़ी जरूरतें पूरी कर लिया करते थे. घर के फर्नीचर से लेकर कई घरेलू उपयोग में आने वाली चाजों का निर्माण प्राकृतिक चीजों से कर लिया करते थे. बांस इसमें से प्रमुख था. बांस का इस्तेमाल करके लोग कई जरूरी सामान का निर्माण किया करते थे. घर की सजावट से लेकर कृषि कार्यों और रसोई घर में उपयोग किए जाने वाले बर्तन भी बनाए जाते थे. इसी तरह से पानी में उगने वाले सरपट के भी कई उपयोग हैं. सरपट कुछ लोगों के लिए बिल्कुल नया हो सकता है, क्योंकि यह नदी, पोखर या तालाब में उगता है. सरपट से बहुत सी घरेलू उपयोग की चीजें बनाई जाती हैं. ऐसे में आइए सरपट के बारे में विस्तार से जानते हैं-
सरपट एक तरह का मजबूत घास है जो पानी में उगता है. ये हरे रंग के लताओं की तरह 4 से 6 फुट तक लंबे हो सकते हैं. सरपट की बहुत अधिक मजबूत होता है. गांवों में ये नदी, नालों और तालाबों के बीच आसानी से देखे जा सकते हैं. इसकी विशेषता होती है कि इसके सिर्फ एक पौधे से कुछ दिनों बाद ये बहुत ज्यादा उग जाते हैं. घर के जरूरी सामान बनाने के साथ-साथ जानवरों के चारे के रूप में भी इसका उपयोग किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें अमृत सरोवर मिशन के तहत मध्य प्रदेश में बनेंगे 5 हजार से अधिक तालाब, जानें क्या होंगे फायदे
इस चारे का उपयोग घर की बहुत सी जरूरी चीजें बनाई जा सकती हैं. पुराने समय में लोग इससे घर की छत बनाया करते थे आज भी गांवों में जानवरों को रखने की जगह में इसी का छत बनाया जाता है. गर्मी के दिनों में लोग इसकी मचान बनाते हैं जहां लू का प्रभाव कम रहता है. इसके अलावा चारपाई, बिस्तर, चटाई, अस्थाई गेट और टोकरी भी बनाई जाती है. सरपट देश में हर जगह जलाशयों के आसपास आसानी से देखे जा सकते हैं.
सरपट की उपयोगिता और विशेषता बहुत सी हैं. चारे का जिक्र आते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले पशुओं को खिलाए जाने वाले चारे का ही जिक्र आता है, लेकिन यह चारा सभी से अलग है. गांव में रहने वाले लोगों के लिए आज भी सरपट बहुत उपयोगी चारा माना जाता है. इससे बनने वाली छत में गर्मियों के दिनों लू और सर्दियों के दिनों में शीत लहर का प्रभाव कम होता है. सर्दियों के दिनों में फलों और सब्जियों के पौधों को पाले से बचाने के लिए भी सरपट से ढंक कर बचाव किया जा सकता है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today