सोयाबीन पर देश में घमासान मचा हुआ है. पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर MSP गारंटी कानून की मांग को लेकर किसान आंदाेलन जारी है. इसके सामांतर सोयाबीन के दामों को लेकर मध्य भारत में किसान आंदोलन परवान चढ़ते हुए दिख रहा है. मसलन, सोयाबीन के दाम 3800 से 4000 रुपये क्विंटल पर चल रहा है, जबकि सोयाबीन का MSP इस साल के लिए 4892 रुपये क्विंटल घोषित है. किसानों को नई फसल आने से पहले ही तकरीबन 1000 रुपये का नुकसान हो रहा है. ऐसे में सोयाबीन के दामों को लेकर आंदोलन शुरू हो गया है.
हालांकि केंद्र सरकार ने MSP पर सोयाबीन खरीद का ऐलान कर दिया है, लेकिन इसके बाद भी किसानाें ने बड़ा आंदोलन प्लान किया है. जिसमें सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपये क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं. आज की बात इसी पर. जानेंगे कि क्यों किसान सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपये क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर किसानों का प्लान क्या है. साेयाबीन की MSP पर खरीद कब से शुरू हो रही है. कैसे 6 हजार रुपये क्विंटल के हिसाब से सोयाबीन के दाम किसानों को मिल सकते हैं.
केंद्र सरकार ने सोयाबीन की नई फसल MSP पर खरीदने का ऐलान किया है. मसलन, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तेलांगाना में सोयाबीन की MSP पर खरीदी होगी, लेकिन किसान फिर भी खुश नहीं है. मसलन, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में साेयाबीन के दाम 6 हजार से अधिक करने की मांग हो रही है. इसको लेकर किसानों का कहना है कि सोयाबीन की लागत अधिक है, जबकि उसके हिसाब से MSP घोषित नहीं किया गया है. वहीं सोयाबीन पर रोग लगने की वजह से हुए नुकसान और बीते दो सालों से पिट रहे भावों का हवाला देते हुए भी किसान सोयाबीन का दाम 6 हजार रुपये क्विंटल से अधिक करने की मांग कर रहे हैं.
सोयाबीन के किसान 6 हजार रुपये क्विंटल करने की मांग को लेकर इन दिनों किसान आंदोलित हैं. महाराष्ट्र में सोयाबीन के दामों का मुद्दा विधानसभा चुनाव में प्रभावी असर दिखा सकता है. वहीं मध्य प्रदेश में साेयाबीन किसान फसल की अर्थी निकाल चुके हैं. इसी कड़ी में सोमवार को ही कांग्रेस ने सोयाबीन किसानों के समर्थन में न्याय यात्रा का आयोजन किया था, जबकि भारतीय किसान संघ ने सोमवार को जिला स्तर पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. साथ ही सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपये क्विंटल ना होने पर साल 2010 की तरह ही मुख्यमंत्री आवास घेराव करने की चेतावनी दी है. कुल जमा मध्य प्रदेश में सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपये क्विंटल करने का मुद्दा आंदोलन बनता हुआ दिख रहा है.
सोयाबीन पर जारी घमासान के बीच मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सरकार ने MSP पर सोयाबीन खरीद का ऐलान कर दिया है. मध्य प्रदेश में MSP पर साेयाबीन की खरीद 25 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक चलेगी. इसके लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 25 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगी. वहीं महाराष्ट्र सरकार ने MSP पर सोयाबीन खरीद के लिए खरीद केंद्र बनाने का ऐलान किया है.
केंद्र सरकार ने सोयाबीन किसानों काे हो रहे नुकसान को देखते हुए MSP पर सोयाबीन खरीद करने का ऐलान किया है, लेकिन इसके इतर किसान सोयाबीन का दाम 6 हजार से पार करने की मांग कर रहे हैं, जो सोयाबीन की MSP से 1100 रुपये अधिक है. अब सवाल ये है कि कैसे किसानों की इस मांग का समाधान होगा. इसको लेकर पूर्व में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ये दावा कर चुके हैं कि केंद्र सरकार सोयाबीन की MSP बढ़ाने को लेकर सकारात्मक है. अगर ऐसा होता है तो ये सोयाबीन किसानों को बड़ी राहत होगी. वहीं कई एक्सपर्ट मान रहे हैं कि बीच सीजन में सोयाबीन का MSP में बढ़ोतरी असहज कर सकती है. ऐसे में राज्य सरकारों को भावांतर योजना के जरिए किसानों को बाेनस के रूप में भुगतान करना हाेगा.
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