सरकारी बैंक एसबीआई की देशभर में ब्रांच हैं और ग्रामीण से लेकर किसान, नौकरीपेशा और व्यापारी समेत हर वर्ग के खाते एसबीआई में हैं. बैंक ने अब अपने हजारों ग्राहकों को झटका देते हुए लोन को महंगा कर दिया है. बैंक के इस फैसले से मौजूदा लोनधारकों को अधिक ईएमआई चुकानी होगी. जबकि, नए लोन आवेदकों को महंगी दर पर लोन हासिल होगा. बैंक ने आज यानी 15 नवंबर से एमसीएलआर दरों को रिवाइज किया है, जिसके परिणाम में लोन पर लागू होने वाला इंटरेस्ट रेट बढ़ गया है. इस बीच बैंक ने अलग-अलग सीबिल स्कोर वाले आवेदकों को कुछ छूट देने की घोषणा भी की है.
एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक की ताजा फंड बेस्ड मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) 15 नवंबर 2023 से बढ़ाकर प्रभावी कर दिया है. एमसीएलआर वह न्यूनतम ब्याज दर है जिस पर कोई भी बैंक किसी ग्राहक को लोन दे सकता है. एमसीएलआर दर में बदलाव से लोन पर लागू ब्याज दरें बढ़ती और घटती हैं. बता दें कि एसबीआई ने पिछले महीने से एमसीएलआर दरें में कोई बदलाव नहीं किया था पर अब यह दरें बढ़ा दी हैं.
एमसीएलआर आधारित ब्याज दरें अब 8 फीसदी से 8.75 फीसदी के बीच कर दी गई हैं. ओवरनाइट एमसीएलआर दर 8 फीसदी है, जबकि एक महीने और तीन महीने के टेन्योर के लिए एमसीएलआर दर 8.15 फीसदी है. छह महीने के टेन्योर पर एमसीएलआर 8.45 फीसदी कर दी गई है. जबकि, सबसे ज्यादा ग्राहकों पर लागू होने वाले एक साल के टेन्योर पर एमसीएलआर अब 8.55 फीसदी हो गया है. दो साल और तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर क्रमशः 8.65 फीसदी और 8.75 फीसदी है.
एसबीआई के एमसीएलआर दरों में बढ़ोत्तरी के चलते इससे ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरें महंगी हो गई हैं. इसका मतलब है कि इस तरह के लोन के मौजूदा ग्राहकों की मासिक किस्त जाने वाली रकम बढ़ जाएगी.
एसबीआई की होमलोन ब्याज दरें ईबीएलआर से जुड़ी हैं और यह फरवरी से बिना बदलाव के 9.15%+CRP+BSP बना हुआ है.
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