
किसानों के उत्पादों को सही कीमत और मार्केट उपलब्ध कराने के लिए सह्याद्रि फार्म्स (Sahyadri Farms) ने 1400 किसान उत्पादक संगठनों के साथ काम करेगी. विस्तार योजना के तहत सह्याद्रि ने किसान उत्पादक संगठनों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE-FPO) बेंगलुरु के साथ एमओयू साइन किया है. दोनों संस्थान मिलकर कर्नाटक के किसानों को अच्छी कीमत और बाजार उपलब्ध कराएंगे. इससे किसानों को उपज नुकसान घटेगा और आय में बढ़ोत्तरी होगी.
खेती-किसानी के विकास के लिए किसान उत्पादक संगठनों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE-FPO), बेंगलुरु ने सह्याद्री किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड (SFPCL) और नासिक में सह्याद्री ग्रामीण विकास फाउंडेशन (SRDF) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. बयान में कहा गया कि इस साझेदारी का उद्देश्य कर्नाटक में 1460 से अधिक एफपीओ को मजबूत करना है. किसान उत्पादक संगठनों की स्थिरता, मापनीयता और बढ़ोत्तरी करने पर तीनों संस्थान मिलकर काम करेंगे.
तीनों संस्थान अंगूर, अनार, आम और केले जैसी फसलों के लिए किसानों का नुकसान बचाने के लिए बागवानी वैल्यू चेन को बढ़ावा देंगे. फलों की शेल्फ लाइफ कम होने के चलते समय के साथ इनकी क्वालिटी खराब होने लगती है. इससे किसानों को मिलने वाली कीमत भी घटती जाती है. इस समस्या को दूर करने के लिए बागाना से मार्केट तक पहुंच बेहतर करने के लिए वैल्यू चेन को बेहतर किया जाएगा.
सह्याद्री की फसल कटाई के बाद के प्रबंधन, वैल्यू एडीशन और इंटीग्रेटेड वैल्यू चेन मॉडल में एक्सपर्टीज हैं. जिसकी मदद से कर्नाटक के एफपीओ हाई रिटर्न, बेहतर प्रशासन और बढ़ी हुई बाजार कीमतें हासिल कर सकेंगे. किसान उत्पादक संगठनों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE-FPO) को भारत में 2017 में पहली बार स्थापित किया गया था. यह केंद्र पूरी तरह से FPO के विकास के लिए काम करता है.
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