लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा क्षेत्र के पंडितपुरवा गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक खेत में बाघ द्वारा अधखाया किसान का शव मिला. बताया जा रहा है कि 35 वर्षीय मुन्ना लाल सुबह करीब 7 बजे अपने मवेशियों के लिए चारा लेने खेत गए थे, लेकिन दोपहर तक घर नहीं लौटे. परिजनों ने जब उन्हें ढूंढना शुरू किया तो पता चला कि पास के लोकईपुरवा गांव के गन्ने के खेत में उनका शव पड़ा है, जिसे बाघ ने नोच डाला था. यह देखकर गांव वालों और परिजनों में दहशत फैल गई.
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए. पुलिस और वन विभाग की टीमें भी वहां आईं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस इलाके में कई महीनों से बाघ घूम रहा है, लेकिन वन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
घटना की जानकारी मिलते ही धौरहरा से भाजपा विधायक विनोद शंकर अवस्थी मौके पर पहुंचे और वन विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई. इस दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें विधायक अधिकारियों पर नाराज होते दिखे.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए भाजपा विधायक पर निशाना साधा. इसके जवाब में विधायक अवस्थी ने मीडिया से बात करते हुए कहा: "यह राजनीति का मुद्दा नहीं है. यह एक गरीब किसान के परिवार की त्रासदी है. मैंने पहले ही वन विभाग से पिंजरा लगाने को कहा था क्योंकि कई गांवों में बाघ या तेंदुए के निशान मिले थे. लेकिन समय पर कार्रवाई नहीं हुई, जिससे यह दुखद घटना हुई."
विधायक ने कहा कि गलती पूरी तरह से वन विभाग की नहीं है, क्योंकि 500 से ज्यादा गांवों से बाघ या तेंदुए की खबरें आ रही हैं. हर जगह से शिकायत मिल रही थी, इसलिए यह भी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. लेकिन फिर भी, उन्होंने कहा कि वन विभाग को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए था.
"हम पीड़ित परिवार के साथ हैं" - विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा: "मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं. पीड़ित परिवार के साथ पूरी ताकत से खड़ा हूं. मैं अधिकारियों को निर्देश देकर आया हूं कि वे रातभर गांव में रहें और बाघ को पकड़ने की पूरी कोशिश करें." (अभिषेक वर्मा का इनपुट)
ये भी पढ़ें:
महाराष्ट्र में चीनी मिलों पर लेवी का ऐलान... सीएम फडणवीस की तरफ से किसानों को राहत या फिर! छिड़ी बहस
कपास किसान ऐप से मिलेगा मनचाहा स्लॉट, अपनी बारी का इंतजार किए बिना ही बेच सकते हैं उपज
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today