'डेयरी संयंत्रों के निर्माण में भी आत्मनिर्भर बनेगा भारत', रोहतक में साबर डेयरी प्लांट के उद्घाटन में बोले अम‍ित शाह

'डेयरी संयंत्रों के निर्माण में भी आत्मनिर्भर बनेगा भारत', रोहतक में साबर डेयरी प्लांट के उद्घाटन में बोले अम‍ित शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रोहतक में साबर डेयरी (अमूल) प्लांट का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन चुका है, 2029 तक प्रत्येक गांव को सहकारिता से जोड़ा जाएगा और डेयरी संयंत्रों में देश आत्मनिर्भर बनेगा.

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'डेयरी संयंत्रों के निर्माण में भी आत्मनिर्भर बनेगा भारत', रोहतक में साबर डेयरी प्लांट के उद्घाटन में बोले अम‍ित शाहसाबर डेयरी प्‍लांट के लॉन्‍च में पहुंचे केंद्रीय गृह और स‍ह‍कारिता मंत्री

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आईएमटी रोहतक में साबर डेयरी (अमूल) प्लांट का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत आज विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन चुका है. श्वेत क्रांति-2 के अंतर्गत देशभर में 75 हजार से अधिक डेयरी समितियों की स्थापना कर लगभग 40 हजार डेयरी सहकारी संस्थाओं को सुदृढ़ किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2029 तक देश के प्रत्येक गांव को सहकारिता आंदोलन से जोड़ा जाए. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि डेयरी संयंत्रों के निर्माण में भी भारत आत्मनिर्भर बनेगा और दुनिया का सबसे आधुनिक डेयरी प्लांट भी भारत में होगा.

देसी गाय के दूध का उत्‍पादन 50 मिल‍ियन टन पहुंचा

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आज देश में 8 करोड़ किसान डेयरी क्षेत्र से जुड़े हैं और दूध की उपलब्धता वर्ष 2014 में 124 ग्राम प्रति व्यक्ति से बढ़कर 471 ग्राम प्रतिदिन हो गई है. पिछले 11 वर्षों में देश में डेयरी क्षेत्र 70% की विकास दर के साथ वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ा है. वर्ष 2014 में 140 मिलियन टन दूध का उत्पादन होता था, जो अब बढ़कर 249 मिलियन टन हो गया है, जबकि देसी गायों के दूध का उत्पादन 29 मिलियन टन से बढ़कर 50 मिलियन टन तक पहुंच गया है.

'प्‍लांट में हर दिन होगा इतना उत्‍पादन'

अमित शाह ने कहा कि यह प्लांट हरियाणा की समृद्धि में मील का पत्थर साबित होगा. इस प्लांट में प्रतिदिन 150 मीट्रिक टन दही, 3 मीट्रिक टन छाछ, 10 मीट्रिक टन योगर्ट और 10 मीट्रिक टन मिठाई का उत्पादन होगा. उन्होंने बताया कि साबर डेयरी की शुरुआत गुजरात के साबरकांठा जिले में केवल तीन लोगों से हुई थी, जो अब देश और दुनिया में 85 हजार करोड़ रुपये के व्यापार में परिवर्तित हो चुकी है. इस प्लांट की क्षमता अगले एक वर्ष में दोगुनी की जाएगी और पूरे हरियाणा के प्रत्येक जिले को इसका लाभ मिलेगा.

पशुपालक किसानों को मिलेगा योजनाओं का फायदा

केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के पशुपालक किसानों को भरोसा दिलाया कि भ्रूण स्थानांतरण और लिंग निर्धारण योजना का लाभ सभी किसानों तक पहुंचेगा. उन्होंने मधुमक्खी पालन और जैविक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. केंद्र सरकार ने पशुपालक किसानों के लिए तीन मुख्य लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जिनमें पशु आहार, गोबर प्रबंधन और दूध उत्पादक पशुओं के अवशेषों का सर्कुलर शामिल है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन इस क्षेत्र में वरदान साबित हुआ है और एनिमल हसबेंडरी फंड की स्थापना से किसानों को अधिक सहायता मिलेगी. भविष्य में दूध और डेयरी उत्पाद विश्व बाजार में उपलब्ध होंगे और देश के किसान आत्मनिर्भर बनेंगे.

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देगा प्‍लांट: सीएम सैनी

इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि साबर डेयरी प्लांट न केवल हरियाणा बल्कि पूरे उत्तर भारत की दुग्ध आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित करेगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सहकार से समृद्धि” मंत्र की सराहना करते हुए कहा कि इसने सहकारी आंदोलन को नई दिशा दी है.

वर्ष 2021 में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना इसी सोच का परिणाम है और ‘राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025’ इसी का महत्वपूर्ण प्रतिफल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अमूल केवल दूध और डेयरी उत्पादों का ब्रांड नहीं, बल्कि भारत के सहकारी आंदोलन की ताकत है. रोहतक का यह आधुनिक प्लांट दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में दुग्ध उत्पादों की मांग पूरी करने के साथ-साथ हरियाणा की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देगा.

उन्होंने बताया कि यह प्लांट जनवरी 2015 में शुरू हुआ था और अब 325 करोड़ रुपये के निवेश से इसके विस्तार के बाद दही, छाछ और योगर्ट का देश का सबसे बड़ा प्लांट बन गया है. इससे किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा और हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को सहकारी संस्थाओं के माध्यम से कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध करवा रही है.

हरियाणा में दूध उत्‍पादन 122 लाख 20 हजार टन

हैफेड द्वारा उन्नत किस्म के बीज, खाद और कीटनाशक समय पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. शुगर फेडरेशन द्वारा गन्ना किसानों को 400 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य दिया जा रहा है और छह सहकारी चीनी मिलें संचालित की जा रही हैं. हरियाणा देश में दूध उत्पादन में तीसरे स्थान पर है, जहां प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 1105 ग्राम प्रतिदिन है और वार्षिक उत्पादन 122 लाख 20 हजार टन तक पहुंच गया है.

उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के सदस्य परिवारों की बेटियों के विवाह पर 1100 रुपये और छात्रवृत्ति योजना के तहत 10वीं व 12वीं में 80% से अधिक अंक लाने वाले बच्चों को 2100 से 5100 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. उन्होंने आह्वान किया कि सभी मिलकर सहकारी आंदोलन को और सशक्त बनाएं और एक समृद्ध, विकसित हरियाणा के निर्माण में योगदान दें.

इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय राज्य सहकारिता मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक, गुजरात के खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री भीखू परमार, सांसद धर्मबीर सिंह, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, साबर डेयरी के अध्यक्ष शामलभाई बी पटेल, अमूल के अध्यक्ष अशोक भाई चौधरी सहित अन्य गणमान्य व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.

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