भारत में सितंबर में जनगणना कराई जा सकती है. यह काम अपने नियत समय से देरी से चल रहा है क्योंकि हर दस साल पर इसका प्रावधान है. लेकिन अभी तक इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हो पाई है. समाचार एजेंसी 'रॉयटर्स' ने सूत्रों से यह जानकारी दी है. नियम के हिसाब से देखें तो भारत में साल 2021 में ही जनगणना हो जानी चाहिए थी क्योंकि पिछला सेंसस 2011 में कराया गया था. लेकिन 2021 में कोविड महामारी के चलते यह काम अटक गया. तब से इसमें देरी ही चल रही है. लेकिन सूत्रों की मानें तो सितंबर महीने में जनगणना का काम शुरू हो सकता है.
रिपोर्ट कहती है कि जनगणना 18 महीने तक चलेगी. कुल मिलाकर इसके 2026 में रिलीज होने की संभावना है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार के बाहर और भीतर मौजूद अर्थशास्त्री जनगणना में हो रही देरी पर आलोचना कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि सेंसस में देरी से इससे जुड़े कई कामों पर असर देखा जा रहा है. जैसे इकोनॉमिक डेटा, महंगाई और रोजगार अनुमान. ये मुद्दे सीधे तौर पर जनगणना से जुड़े हैं. इसलिए जनगणना में देरी की वजह से इन मुद्दों पर भी तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है.
जनगणना, डेटा का ऐसा संग्रह होता है जिससे सामाजिक और आर्थिक सहित कई तरह की जानकारियां एकसाथ मिल जाती हैं. इसी डेटा के आधार पर सरकारें स्कीम बनाती हैं. फिर उसी डेटा और स्कीम के आधार पर लोगों को लाभ दिया जाता है. ऐसे में जब तक जनगणना का प्रोपर डेटा उपलब्ध नहीं होगा, तब तक लोगों को सरकारी योजनाओं का उचित लाभ भी नहीं मिल पाएगा. ऐसे में उम्मीद है कि 2011 के बाद अगले महीने भारत में यह काम शुरू हो जाएगा.
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भारत में जनगणना का काम प्रमुख तौर पर दो मंत्रालयों के जिम्मे आता है. पहला, गृह मंत्रालय और दूसरा सांख्यिकी मंत्रालय. 'रॉयटर्स' की रिपोर्ट बताती है कि दोनों मंत्रालयों ने जनगणना की टाइमलाइन तैयार कर ली है और इसका रिजल्ट मार्च 2026 तक जारी हो सकता है. यहां ध्यान देने वाली बात है कि जनगणना की टाइमलाइन में पूरे 15 वर्षों की रिपोर्ट शामिल की जाएगी. सभी तैयारियां पूरी हैं, बस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय से इसे हरी झंडी मिलना बाकी है.
यूनाइटेड नेशंस की पिछले साल जारी एक रिपोर्ट बताती है कि सबसे अधिक आबादी वाले देश का तमगा भारत ने चीन से छीन लिया है. यानी भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है. हालांकि आधिकारिक तौर पर यह बात तभी सामने आएगी जब भारत अपनी जनगणना पूरी करेगा और उसकी रिपोर्ट जगजाहिर करेगा. अगर अगले महीने यह काम शुरू हो जाता है तो 2026 तक आबादी के सटीक आंकड़े का इंतजार खत्म हो जाएगा.
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