HYBRID PADDY: अधिक उपज देने वाली धान की संकर किस्में, जानें क्या है खासियत

HYBRID PADDY: अधिक उपज देने वाली धान की संकर किस्में, जानें क्या है खासियत

संकर धान की उपज क्षमता सामान्य धान की किस्मों की तुलना में 10 से 25 प्रतिशत अधिक होती है. संकर धान की उपज क्षमता का लाभ उठाने के लिए किसानों को हर साल नए बीज खरीदने की जरूरत पड़ती है, अर्थात नए बीजों का ही प्रयोग करना चाहिए. आज के समय में कई निजी कंपनिया, अधिक उपज देने वाली हाइब्रिड धान की किस्मों को विकसित कर चुकी हैं.

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HYBRID PADDY: अधिक उपज देने वाली धान की संकर किस्में, जानें क्या है खासियतबायर इंडिया कंपनी हाइब्रिड धान बीजों के प्रजनन, विकास और विपणन का कार्य करती है

संकर धान की उपज क्षमता सामान्य धान की किस्मों की तुलना में 10 से 25 प्रतिशत अधिक होती है. संकर धान की उपज क्षमता का लाभ उठाने के लिए किसानों को हर साल नए बीज खरीदने की जरूरत होती है, अर्थात नए बीजों का ही प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि बोई गई फसल से प्राप्त बीजों को पुनः बोने से उसमें संकर बीज नहीं रह पाता और पहले जैसी उपज प्राप्त नहीं हो पाती है. आज के समय में कई निजी कंपनिया, अधिक उपज देने वाली हाइब्रिड धान की किस्मों को विकसित कर चुकी हैं और उन्हें बाजार में किसानों को बेचती हैं. आइए जानते हैं बायर इंडिया हाइब्रिड धान की किस्मों के बारे में जिसकी खेती कर किसान खरीफ मौसम में बेहतर पैदावार ले सकते हैं.

अराइज 6444 गोल्ड धान

अराइज 6444 गोल्ड धान की हाइब्रिड किस्म 135 से 140 दिन में तैयार होने वाली धान की किस्म है .कंपनी का दावा है कि ये किस्म किसानों के बीच सबसे ज्यादा पंसद की जाने वाली धान की किस्म है. निजी कंपनी के अनुसार अराइज 6444, बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट (बीएलबी) के प्रतिरोधी हैं और इस अवधि के दूसरे धान की तुलना में 20 से 30 फीसदी ज्यादा धान की उपज देती है. इस किस्म में कम से कम 12 से 15 कल्लो में बालियां लगती हैं. इनमें सूखा सहने की क्षमता है. इस कि्स्म में साबुत चावल 70 फीसदी तक निकलता है, अराइज 6444 डायरेक्ट सीड राइस (DSR) सिस्टम के लिए भी उपयुक्त हैं. और ये भारत सरकार द्वारा अधिसूचित है.

हाइब्रिड अराइज 6444 धान 

हाइब्रिड अराइज 6444 धान की हाइब्रिड किस्म 135 से 140 दिन में तैयार होने वाली धान की किस्म है. मध्यम किस्म की इनब्रीड किस्मों की दूसरे धान की तुलना में  6444 धान 20 से 30 फीसदी ज्यादा उपज देती है. कंपनी का कहना है कि कम से कम 12 से 15 कल्लो में बालिया लगती हैं और  प्रत्येक बालियों में 250 से 300 दाने निकलते हैं. इसमें साबुत चावल 70 फीसदी तक निकलता है और ये भारत सरकार द्वारा अधिसूचित है.

अराइज 6129

धान की अराइज 6129 हाइब्रिड किस्म को उत्पादित करने वाली कंपनी का दावा है कि 115 दिन से 125 दिन में तैयार होने वाली दूसरे धान की किस्मों की तुलना में अराइज 6129 का उत्पादन 20 से 25 प्रतिशत ज्यादा है. इस  किस्म में अधिक कल्लो की संख्या और 90 फीसदी बालियों में दाने भरते हैं. इस प्रजाति में पानी की कम जरूरत होती है और यह धान की किस्म सीधी बुवाई के लिए उपयुक्त है. ये भारत सरकार द्वारा अधिसुचित है. रबी में जो किसान आलू मेंथा-गेहूं फसल चक्र में अच्छी तरह से फिट बैठता है.

अराइज तेज गोल्ड

अराइज तेज गोल्ड अराइज गोल्ड 125 से 130 दिन में तैयार होने वाली हाइब्रिड धान है. कंपनी का कहना है कि बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट (बीएलबी) के प्रति ये किस्म प्रतिरोधी है. इस किस्म में सूखा सहने की क्षमता है. इसके दाने लम्बे पतले और खाने में अच्छे गुणवत्ता वाले होते हैं. कंपनी का कहना है कि इस किस्म में साबुत चावल 70 फीसदी निकलता है.

अराइज 6201 गोल्ड

अराइज 6201 गोल्ड  भी 125 से 130 में  तैयार होने वाली हाइब्रिड धान है. कंपनी का कहना है कि बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट (बीएलबी)  के प्रति ये किस्म प्रतिरोधी है.ये  किस्म इस अवधि के दूसरे धान की तुलना में 20 से 25 फीसदी ज्यादा उपज देती है. 6201गोल्ड के चावल लम्बे पतले अकार के होते है .

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