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घर में ऐसे बनाएं करौंदे का मुरब्बा, कई महीनों तक नहीं होगा खराब

घर में ऐसे बनाएं करौंदे का मुरब्बा, कई महीनों तक नहीं होगा खराब

अगस्त या सितंबर में करौंदा का पौधा बीज से 1.5 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है. इसकी कटिंग या बडिंग भी की जा सकती है. इसका दो साल का पौधा फल देने लगता है. इस पौधे के फल जुलाई से सितंबर के बीच पकते हैं. फलों और सब्जियों के मूल्यवर्धित उत्पाद आय सृजन के महत्वपूर्ण स्रोत हैं, लेकिन कटाई के बाद बाजार कमी के कारण किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है.

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करौंदे का पौधा कांटेदार झाड़ीनुमा पौधा है. जिसे खेतों के चारों और बाड़ के रूप में लगाया जाता है. इस के फल खट्टे और स्वादिष्ट होते हैं. जिससे जैली, मुरब्बा, चटनी तथा कैन्डी आदि तैयार की जाती है. करौंदा बहुत ही सहिष्णु पौधा है और इसमें सूखे को सहन करने की अत्यधिक क्षमता होती है. इसको सूखी, बंजर, रेतीली, पथरीली भूमि में भी लगाया जा सकता है. पड़ती भूमि में पौधारोपण के लिए यह एक उपयोगी पौधा है. इसकी खेती राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश में की जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं घर में कैसे बनाएं करौंदा का मुरब्बा. 

कब करें करौंदा की खेती

अगस्त या सितंबर में पौधा बीज से 1.5 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है. इसकी कटिंग या बडिंग भी की जा सकती है. इसका दो साल का पौधा फल देने लगता है. इस पौधे के फल जुलाई से सितंबर के बीच पकते हैं. फलों और सब्जियों के मूल्यवर्धित उत्पाद आय सृजन के महत्वपूर्ण स्रोत हैं, लेकिन कटाई के बाद बाजार कमी के कारण किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है. करौंदा में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण इसे लंबे समय तक स्टोर नहीं किया जा सकता है. जिसके कारण किसान को उचित बाजार मूल्य नहीं मिल पाता है. इसलिए, करौंदा के उपयोग के साथ-साथ अचार, जैम, जेली, मुरब्बा, स्क्वैश, चटनी आदि जैसे मूल्यवर्धित उत्पाद बनाकर भी उनका बाजार मूल्य बढ़ाया जा सकता है. इस प्रकार, ग्रामीण समुदाय अपनी आय और आजीविका बढ़ाने के साथ-साथ अपने पोषण स्तर में भी सुधार कर सकते हैं. 

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कैसे बनाएं करौंदा मुरब्बा

  • करौंदा-1 किलोग्राम
  • चीनी-1.5 किलोग्राम
  • काला नमक-5 ग्राम
  • पानी-200 मिलीलीटर
  • सोडियम बेन्जोएट-1 ग्राम

मुरब्बा बनाने का तरीका 

मुरब्बा में फल और सब्जियों को चीनी की अधिक मात्रा द्वारा परिरक्षित किया जाता है. इनमें चीनी की मात्रा कम से कम 68-70 प्रतिशत होती है. करौंदा मुरब्बा बनाने के लिए करौंदा को साफ पानी से धोकर साफ सूखे कपड़े से पोंछकर दो भागों में काटकर गुठली निकाल लें. प्रेशर कुकर (बिना ढक्कन के) में पानी और चीनी मिलाकर उबाल आने पर करौंदा डालकर 15 मिनट के लिए बिना ढके पकाएं. गैस बन्द करके सीटी हटाकर ढक्कन लगा दें और कुकर को पानी भरी थाली के ऊपर रख दें. 4-5 घंटे बाद ढक्कन हटाकर दोबारा धीमी आंच पर उबाल आने के बाद 15 मिनट के लिए पकाएं. गैस बंद करके फिर कुकर को ढककर पानी भरी थाली में 4-5 घण्टे के लिए रखें. उसके बाद ढक्कन हटाकर चाशनी को गाढ़ा होने तक पकायें, तैयार मुरब्बा की चाशनी ठण्डी होने पर शहद की तरह गाढ़ी हो जाती है. अब काला नमक मिलाकर एयर टाइट डिब्बे में लंबे समय तक के लिए स्टोर करें.