यूपी के बांदा में लगातार बारिश के कहर से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. आलम यह है कि लोगों के कच्चे मकान भरभराकर गिर रहे हैं. गलियां, सड़कें तालाब बन गई हैं. घरों में कई फुट तक पानी भर गया है. इससे साफ सफाई की पोल खुल गई है. घर गिरने से कुछ ग्रामीण और बच्चे दब भी गए हैं. हालांकि उन्हें गंभीर चोटें नहीं आई हैं. अब गांव वालों के सामने एक मुसीबत आ गई है. वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. वहीं एक किसान की बिजली गिरने से दर्दनाक मौत हो गई है. इधर जिला प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेकर मौके पर अफसरों को भेजा है. ADM ने सभी पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया है.
दरअसल बांदा में बीते दो दिनों से रुक रुककर भीषण बारिश हो रही है. उसी क्रम में सदर तहसील क्षेत्र के मवई बुजुर्ग गांव में बारिश के चलते आधे दर्जन घर गिर गए. दर्जनों घरों में बारिश और नाले का पानी भर गया. स्थानीय लोगों ने सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए नालों की सफाई कराने की डिमांड की है. अब इन ग्रामीणों के सामने बड़ी समस्या आ गई है कि इस बारिश में बच्चों सहित वे खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं. मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार, लेखपाल ने ग्रामीणों को मदद का आश्वासन दिया है. गिरे हुए घरों में राजेंद्र, चुनवाद, जितेंद्र, रामबाबू, परदेशी, अमित, जगदीश और श्री कृष्ण हैं. आपको बता दें कि गलियों से लेकर सड़कों पर दो फुट से ज्यादा पानी भरा हुआ है. बच्चों को लेकर लोग जान जोखिम में डालकर घर से बाहर निकल रहे हैं.
वहीं सदर तहसील क्षेत्र के कनवारा गांव में मलखान पुत्र रामस्वरूप की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई. मृतक मलखान खेत से काम करके लौट रहे थे. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. जिला प्रशासन ने मृतक के परिवार को दैवीय आपदा के तहत 4 लाख रुपये देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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ADM वित्त राजेश कुमार ने बताया कि इन दिनों बारिश हो रही है. एक व्यक्ति मलखान जिनकी आकाशीय बिजली से मौत हो गई है. उन्हें 4 लाख का मुआवजा दिया जा रहा है. जहां से सूचना आती है तत्काल SDM, तहसीलदार, लेखपाल, बीडीओ को भेजा जा रहा है. एडीएम ने कहा, मैं भी राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचता हूं. जहां जो भी नुकसान होगा उसकी जांच कराकर हर पीड़ित व्यक्ति की मदद की जाएगी. जिला प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ है.
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