पंजाब में बाढ़ का पानी उतरने लगा है, लेकिन भारी नुकसान की तस्वीरें अब साफ होने लगी हैं. बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए कई राज्यो से लोग राहत सामग्री भी लगातार लेकर पहुंच रहे हैं. करनाल के डेरा कार सेवा से भी आज तीन ट्रक राहत सामग्री की पहली खेप रवाना हुई. आसपास के गांवों और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से डेरा कार सेवा में लोग यहां पर राहत सामग्री लेकर पहुंचे थे. आने वाले दिनों में हरियाणा के किसान पंजाब में अपने ट्रैक्टर भी लेकर पहुंचगे, क्योंकि पंजाब में किसानों की फसलें बह गई हैं. किसानों की मदद के लिए यहां से ट्रैक्टर भी पंजाब रवाना होंगे. साथ ही बीज की खेप भी जाएगी.
डेरा कार सेवा से बाबा सूखा सिंह जी ने अरदास करके तीन ट्रक रवाना किए. बाबा सूखा सिंह ने कहा पंजाब की बारिश के बाद जो बाढ़ आई है, उसे देखते हुए फाजिल्का, जीरा, अजनाला, गुरदासपुर, डेरा बाबा नानक में लंगर चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि पंजाब में जहां पर पानी कम हुआ है, वहां पर राहत सामग्री बांटी जा रही है. आज तीन ट्रक राहत सामग्री फाजिल्का रवाना हो रही है. वहां पर टीम काम कर रही है. जहां पर भी राहत सामग्री की जरूरत है, वहां राशन पहुंचाया जा रहा है.
बाबा सूखा सिंह ने कहा कि आने वाले दिनों में फसल की बिजाई होगी, किसानों को बीज चाहिए, खाद चाहिए और डीजल चाहिए. राशन वहां काफी पहुंच गया है. प्रीतपाल सिंह पन्नू के आह्वान के बाद डेरा कार सेवा में बड़ी संख्या में आसपास के गांव और उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लोग यहां राहत सामग्री लेकर पहुंचे थे. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा हमारा इंसानी फर्ज है. इंसान हमें इसलिए बनाया था कि हम इंसान और मानवता दिखाएं. संत बाबा सूखा सिंह जी की अगवाई में एक कैंप स्थापित किया गया था.
करनाल के आसपास के गांव, शहरों से, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से भी लोग पंजाब में बाढ़ पीड़ितों तो की मदद के लिए राहत सामग्री लेकर पहुंचे थे. आज तीन ट्रकों को पंजाब के लिए रवाना किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आगे भी यह कैंप चलता रहेगा क्योंकि आने वाले समय में पंजाब में और भी बहुत सामान की जरूरत पड़ेगी.
उन्होंने कहा, जैसे-जैसे यहां पर राहत सामग्री पहुंचती रहेगी, वैसे-वैसे पंजाब के अलग-अलग जिलों में राहत सामग्री को रवाना किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा योगदान गांव से भी मिला है और शहरों से भी. उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद वहां पर ज्यादा सामान की जरूरत पड़ेगी. खास तौर पर वहां दवाइयों की ज्यादा जरूरत पड़ेगी क्योंकि पानी उतरने के बाद बीमारी फैलने का खतरा बना रहेगा. इसलिए सबसे अधिक दवाइयों की जरूरत पड़ेगी.
उन्होंने कहा, पानी उतरने के बाद किसानों के खेतों को सीधा करने के लिए ट्रैक्टरों की जरूरत पड़ेगी. करनाल में जिन भी किसानों के ट्रैक्टर गांव में खाली पड़े होंगे, जिन ट्रैक्टरों की अपने खेतों में जरूरत नहीं होगी, उसे पंजाब ले जाया जाएगा. साथ ही, पंजाब के किसानों के खेतों में सहयोग करने के लिए ट्रैक्टर और बीज की जरूरत पड़ेगी. इन चीजों को भी हम यहां स्टॉक इकट्ठा करते रहेंगे और आने वाले समय में यह सब सामग्री भी वहां पर पहुंचाएंगे. ट्रैक्टर भी यहां से पंजाब के लिए भेजे जाएंगे ताकि वहां के किसानों को खेती करने में किसी भी तरह की कोई परेशानी ना आए.
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