ठंड के दिनों में बाजारों में मिलने वाला रंग-बिरंगा गाजर एक बहुत ही लोकप्रिय सब्जी है. सर्दी आते ही गाजर की डिमांड काफी बढ़ जाती है. इसकी मांग को देखते हुए खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है. गाजर की बुवाई के लिए अक्टूबर का महीना सबसे बेहतर माना जाता है. वहीं, भारत के लगभग सभी राज्यों में गाजर की खेती की जाती है. पर क्या आप जानते हैं कि गाजर का सबसे अधिक उत्पादन किस राज्य में होता है? यानी कहां से पूरे देश में सबसे अधिक पहुंचता है गाजर. इसके लिए पढ़ें ये रिपोर्ट-
नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड (2024-25) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में सबसे अधिक गाजर का उत्पादन पंजाब में होता है. यानी गाजर उत्पादन के मामले में ये राज्य अव्वल है. देश की कुल गाजर उत्पादन में पंजाब का 21.49 फीसदी की हिस्सेदारी है. यहां की मिट्टी और जलवायु गाजर की खेती के लिए बेहतर मानी जाती है.
उत्पादन के मामले में पंजाब जहां सबसे आगे है. तो वहीं उसके बाद दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश है. यहां के किसान अधिक मात्रा में गाजर उगाते हैं. यहां कुल 17.67 फीसदी गाजर का उत्पादन किया जाता है. वहीं, इसके उत्पादन में तीसरे पायदान पर हरियाणा है. यहां गाजर का 10.89 फीसदी उत्पादन किया जाता है. इसके अलावा चौथे पायदान पर पश्चिम बंगाल है. इस राज्य का गाजर उत्पादन में 8.99 फीसदी की हिस्सेदारी है. साथ ही पांचवें नंबर पर मध्य प्रदेश है जहां गाजर की 7.97 फीसदी पैदावार होती है. यानी ये पांच राज्य मिलकर कुल लगभग 65 फीसदी गाजर का उत्पादन करते हैं.
गाजर में भरपूर मात्रा में विटामिन-ए और कैरोटीन पाया जाता है. गाजर सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. गाजर खाने से डाइजेशन पावर सही होती है. हृदय को भी स्वस्थ रखने में भी गाजर सहायक होता है. इसे खाने से त्वचा में निखार आता है. और इससे आंखों की रोशनी भी तेज होती है.
गाजर की बुवाई करने से पहले खेत को समतल करें. फिर खेत की 2 से 3 बार गहरी जुताई करें. प्रत्येक जुताई के बाद पाटा लगाएं. इससे खेत की मिट्टी भूरभूरी हो जाती है और इसमें गोबर की खाद को अच्छी तरह से मिला सकते हैं. एक हेक्टेयर क्षेत्र के लिए लगभग 4 से 6 किलो गाजर के बीज की आवश्यकता होती है. वहीं, बुवाई के 12 से 15 दिन बाद बीज अंकुरित हो जाते हैं.
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