पृथ्वी पर मानव के अलावा कई तरह के जीव और पशु पक्षी रहते हैं. इनमें से कई तरह के जीव हवा में उड़ते हैं, कुछ पानी में रहते हैं और अधिकांश मैदानों और जंगलों में रहते हैं. देश विदेश में जानवरों की अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं. एक ओर कुछ जानवर खतरनाक होते हैं, जो नुकसानदायक हैं तो दूसरी ओर कई दुर्लभ जानवरों को बचाने के कई प्रयास किए जाते हैं. अब तक सैकड़ों जानवर विलुप्त हो चुके हैं, लेकिन इनमें से सबसे चर्चित है डायनासोर है. हालांकि ये जीव अब धरती से विलुप्त हो गए हैं. लेकिन, मध्य प्रदेश के धार जिले में डायनासोर के अंडे पाए गए हैं. आइए इस मामले को विस्तार से जानते हैं.
समय- समय पर डायनासोर के बारे में कई तथ्य सामने आते रहते हैं. इनका नाम तो लगभग सभी ने सुन रखा है. लेकिन इसके बारे में लोगों को सीमित जानकारी ही है. दरअसल इनकी कई प्रजातियां थीं आमतौर पर डायनासोर बड़े और विशाल आकार के होते थे. लेकिन कुछ प्रजातियां मनुष्यों के आकार जितनी भी हुआ करती थीं. ये जीव आवश्यकता के अनुसार खुद को 2 पैर और 4 पैर में परिवर्तित कर लिया करते थे. इन्हें हिंदी में भीमसरट कहा जाता है. इसका संस्कृत में अर्थ होता है भयानक छिपकली. क्रीटेशियस काल ( 6.5 करोड़ साल पहले) तक ये अस्तित्व में थे. उसके बाद ये विलुप्त होने लगे. कुछ पक्षियों को डायनासोर की प्रजाति का माना जाता है.
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हम कह सकते हैं कि डायनासोर पूरी तरह से धरती से विलुप्त हो चुके हैं. लेकिन, आज भी दुनियाभर में इन पर रिसर्च होती रहती हैं. मध्य प्रदेश के वन विभाग ने ट्वीट कर बताया है कि धार जिले में डायनासोर जीवाश्म का राष्ट्रीय उद्यान है. जहां डायनासोर के अंडे मिले हैं ये अंडे करीब 6.5 करोड़ साल पहले के बताए जा रहे हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस पर रिसर्च की थी. वहां एक अंडे के भीतर से दूसरा अंडा मिला था. वैज्ञानिकों के अनुसार डायनासोर का इस तरह का अजीबोगरीब अंडा दुनिया में पहली बार मिला है. जानकारों के यह अंडा टाइटनोसॉरिड डायनासोर हो सकता है जो जमीन में रहने वाले अब तक के सबसे बड़े अंडे हो सकते हैं.
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