scorecardresearch
रायबरेली के क‍िसान ने उगाए काले समेत 4 रंग के गेहूं, मुनाफे के साथ म‍िला पुरस्कार

रायबरेली के क‍िसान ने उगाए काले समेत 4 रंग के गेहूं, मुनाफे के साथ म‍िला पुरस्कार

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद के एक किसान ने तो सामान्य गेहूं को छोड़कर काले, पीले, नीले और गोल गेहूं की खेती करनी शुरू की है. काले गेहूं की खेती किसानों के लिए फायदेमंद है. वहीं इसके सेहत से जुड़े कई और फायदे भी हैं.

advertisement
काले गेहूँ की खेती काले गेहूँ की खेती

देश में गेहूं के दामों में बढ़ाेतरी से आम जनता त्रस्त है. वहीं गेहूं पैदा करने वाले किसान का मुनाफा अब बढ़ने लगा है. गेहूं के म‍िल रहे अच्छे दाम को देखकर यूपी के किसानों ने भी इस बार गेहूं की ज्यादा पैदावार करने की योजना बनाई है. ज‍िसका असर गेहूं के रकबे में बढ़ोतरी से द‍िख रहा है. नतीजतन, गेहूं पूरे साल चर्चा में बना रहा. लेक‍िन, इस बीच रायबरेली के क‍िसान रामगोपाल चंदेल गेहूं की खेती में अभ‍िनव प्रयोग को लेकर चर्चा में रहे हैं. उन्होंने सामान्य गेहूं को छोड़कर काला, पीला ,नीला और गोल गेहूं की खेती शुरू की है. इससे जहां उन्हें बेहतर मुनाफा म‍िला है. तो वहीं क‍िसान रामगोपाल चंदेल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके इस प्रयोग के ल‍िए ₹100000 का कृषि पुरस्कार भी दे चुके हैं.

इसी वजह से रायबरेली के किसान रामगोपाल चंदेल जिले के लिए ही नहीं बल्कि प्रदेश के किसानों के लिए भी एक रोल मॉडल बने हुए हैं. अपनी उन्नत खेती के लिए

100 रुपये क‍िलो तक म‍िल रहा गेहूं का दाम 

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद के ऊंचाहार के किसान रामगोपाल चंदेल सामान्य गेहूं की खेती नहीं करते हैं. बल्कि वह विशेष किस्म की उन्नत गेहूं की खेती कई सालों से कर रहे हैं. उन्होंने अपने खेतों में काले गेहूं के साथ-साथ पीले, नीले और सोना मोती किस्म के गोल गेहूं खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि काला गेहूं जहां पोषक तत्व से भरपूर है. वहीं इसी के साथ पीले और नीले रंग में दिखने वाले गेहूं की खेती भी की है. यह दोनों गेहूं भी पोषक तत्वों से भरपूर हैं. इसी वजह से सामान्य गेहूं के मुकाबले इनका दाम दो से 3 गुना ज्यादा रहता है.

राम गोपाल चंदेल बताते हैं कि काले गेहूं और नीले गेहूं का उत्पादन सामान्य गेहूं के मुकाबले प्रति हेक्टेयर में 15 से 20 फ़ीसदी कम होता है. सामान्य गेहूं बाजार में इन दिनों जहां 25 से ₹30 प्रति किलो बिक रहा है तो वही काला ,नीला और सोना मोती गेहूं का दाम ₹100 से ज्यादा है.

ये भी पढ़ें :Budget 2023: क‍िसानों को म‍िलेगा तोहफा, 20 लाख करोड़ रुपये हो सकता है कृषि कर्ज देने का लक्ष्य

फायदों से भरपूर है काला और नीला गेहूं

किसान रामगोपाल चंदेल ने बताया काला गेहूं औषधि गुणों से भरपूर माना जाता है. इस गेहूं में प्रचुर मात्रा में  एंथोसाइन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. इसी वजह से इस गेहूं की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है. काला गेहूं तनाव मोटापा कम करने , दिल से जुड़ी हुई बीमारियों की रोकथाम और मधुमेह को संतुलित करने में भी मददगार साबित होता है. वहीं इस गेहूं में जिंक और आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसी तरह नीला गेहूं और पीला गेहूं भी अलग तरह के पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है. वहीं इनके गेहूं में  ग्लूटेन की मात्रा भी काफी कम होती है और डाइटरी फाइबर ज्यादा होता है.